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महाराष्ट्रः लातूर में फसल बर्बाद होने पर किसान ने की खुदकुशी, 8 लाख का था लोन

पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसान के पास चार एकड़ जमीन थी, लेकिन कुछ महीने पहले मराठवाड़ा क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण उसकी पूरी फसल बर्बाद हो गई. इसके चलते वह परेशान रहने लगा. उसने बैंकों से आठ लाख रुपये का लोन लिया था, इसके साथ ही खाद-बीज के लिए भी हजारों रुपये खर्च किए थे, लेकिन फसल बर्बाद होने के कारण वह अवसाद में रहने लगा.

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(प्रतीकात्मक फोटो)
(प्रतीकात्मक फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मराठवाड़ा क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण उसकी पूरी फसल बर्बाद हो गई
  • नुकसान के मुआवजे के लिए जिला अधिकारियों और स्थानीय नेताओं को पत्र भी लिखे
  • किसान को महज सात हजार रुपये की ही सहायता मिली थी

महाराष्ट्र के लातूर जिले में कर्ज में डूबे 24 वर्षीय एक किसान ने भारी बारिश के कारण फसल बर्बाद होने पर एक बैराज में कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक घटना शिरूर अनंतपाल तहसील के डोंगरगांव गांव में शुक्रवार रात हुई. मृतक की पहचान अजीत विक्रम बान के रूप में हुई है. 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसान के पास चार एकड़ जमीन थी, लेकिन कुछ महीने पहले मराठवाड़ा क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण उसकी पूरी फसल बर्बाद हो गई. इसके चलते वह परेशान रहने लगा. उसने बैंकों से आठ लाख रुपये का लोन लिया था, इसके साथ ही खाद-बीज के लिए भी हजारों रुपये खर्च किए थे, लेकिन फसल बर्बाद होने के कारण वह अवसाद में रहने लगा. उसे हर वक्त नुकसान होने की चिंता सताती थी.

पुलिस के मुताबिक उसने फसल में हुए नुकसान के मुआवजे के लिए जिला अधिकारियों और स्थानीय नेताओं को पत्र भी लिखे, ताकि कुछ बड़ी आर्थिक सहायता मिल जाए, लेकिन उसे महज सात हजार रुपये की ही सहायता मिली थी. इस कारण किसान अजीत विक्रम बान परेशान रहने लगा. 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि फसल बर्बाद होने और कर्ज की वजह से वह अंदर से टूट गया, लिहाजा उसने एक बैराज में कूदकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि थाने में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है. मृतक के परिवार में उसके माता-पिता, पत्नी और डेढ़ साल की बेटी है.

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