शुक्रवार की रात जब लोग अपने दैनिक कार्यों में व्यस्त थे या सोने की तैयारी कर रहे थे, भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के तेज झटकों से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड समेत पूरा उत्तर भारत थर्रा उठा. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान में था.
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 से अधिक मापी गई. जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में कई घरों को नुकसान पहुंचा है. कई घरों की दीवारों में दरार पड़ गई है. एनसीएस के मुताबिक 10.31 बजे रात में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान में था. इसकी गहराई जमीन के 74 किलोमीटर अंदर थी. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 मापी गई. भूकंप के ये झटके भारत में भी महसूस किए गए.
भूकंप के झटकों के बीच एनसीएस की ओर से भी लगातार जानकारी अपडेट की जा रही थी. एनसीएस की ओर से पहले भूकंप के झटकों के तीन मिनट बाद ही दूसरी बार झटके महसूस किए जाने की जानकारी दी गई. बताया गया कि दूसरे भूकंप का केंद्र अमृतसर के करीब था. एनसीएस की वेबसाइट पर 10.34 बजे रात में आए भूकंप का केंद्र पंजाब के अमृतसर से 21 किलोमीटर दूर जमीन के 10 किलोमीटर गहराई में होने की जानकारी दी गई थी.
भूकंप के इन झटकों की तीव्रता भी 6 से अधिक बताई गई थी. बाद में एनसीएस की ओर से यह साफ किया गया कि भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान ही था. अमृतसर में भूकंप का केंद्र नहीं था. हालांकि, अमृतसर और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के साथ ही कई इलाकों में भूकंप के कारण घरों की दीवारों में दरारें पड़ गईं. भूकंप के कारण लोग भय के मारे घरों से बाहर निकल आए. दिल्ली एनसीआर में ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग काफी देर तक बाहर ही रहे.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ ही उत्तराखंड के हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, पश्चिमी यूपी के मथुरा, हरियाणा के जींद समेत कई शहरों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए.