अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सोमवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. समाचार एजेंसी रायटर्स ने जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के हवाले से बताया कि इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई.
GFZ के अनुसार भूकंप समुद्र की सतह से 10 किलोमीटर गहराई में आया. झटका काफी तेज था, हालांकि अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है.
बता दें कि अंडमान सागर और उसके आसपास के द्वीप क्षेत्र भूकंपीय रूप से बेहद संवेदनशील माने जाते हैं, जहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं और सुनामी का भी खतरा बना रहता है.
यह भूकंप ऐसे समय आया है जब करीब दो सप्ताह पहले दिल्ली-एनसीआर में भी लगातार 2 दिन तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. लगातार भूकंपीय गतिविधियों ने विशेषज्ञों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को सतर्क कर दिया है.
भूकंप क्यों आते हैं?
पृथ्वी की सतह कई बड़े टुकड़ों (tectonic plates) में बंटी हुई है. ये प्लेटें लगातार बहुत धीरे-धीरे हिलती रहती हैं. जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, फिसलती हैं या दबाव बनाती हैं, तो किसी एक समय पर वह दबाव अचानक टूटता है और ऊर्जा बाहर निकलती है, यही ऊर्जा धरती को हिला देती है.