अगर शिक्षा की लगन हो तो हर मुश्किल परिस्थिति में लोग पढ़कर डिग्री ले ही लेते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ पश्चिम बंगाल में जहां एक गर्भवती महिला 10वीं की बोर्ड परीक्षा दे रही थी और इसी दौरान उसे प्रसव पीड़ा होने लगी. उसके बाद महिला ने अस्पताल के बेड से अपनी पूरी परीक्षा दी.
मामला पश्चिम बंगाल के मालदा का है. यहां के चांचल इलाके में गोलपाड़ा हाई स्कूल में 10वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान हाजरा खातून नाम की महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. इसके बाद हाजरा को तुरंत चांचल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया.
दर्द के दौरान भी हाजरा किसी भी कीमत पर अपनी परीक्षा देना चाहती थी. यही वजह है कि हाजरा खातून ने बची हुई परीक्षा अस्पताल के बेड से ही पूरी की. बता दें कि हाजरा खातून की 2 साल पहले ही शादी हुई थी. हाजरा के पति किसान हैं.
कुछ महीने पहले गर्भवती होने के बावजूद हाजरा ने पढ़ाई जारी रखी और आज परीक्षा देने स्कूल भी पहुंची. हालांकि प्रसव पीड़ा के बाद स्कूल प्रशासन की ओर से उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई. स्कूल के इस कदम की चांचल के जिला अधिकारी ने भी तारीफ की है.
पश्चिम बंगाल में आज से माध्यमिक यानी कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू हुई है. लाखों छात्र लगभग 2 साल बाद ऑफ लाइन परीक्षा में शामिल हुए हैं. (इनपुट - रित्विक मंडल)
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