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सांसों का सफर: सिंघु बॉर्डर ब्लॉक होने के बावजूद कैसे आ रही तीन राज्यों से ऑक्सीजन की सप्लाई?

सोमवार दोपहर 1 बजे जैसे ही दिल्ली पुलिस को वायरलेस के जरिए सूचना मिली कि ऑक्सीजन टैंकर को सिंघु बॉर्डर होते हुए AIIMS पहुंचाना है, दिल्ली पुलिस की तमाम टीमें केएमपी फ्लाईओवर की तरफ रवाना हो गईं. देखते ही देखते इस ऑक्सीजन टैंकर को ग्रीन कॉरिडोर मुहैया कराया गया.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 10 से 12 ऑक्सीजन के टैंकर रोज पुलिस की कड़ी निगरानी में अस्पताल तक पहुंचाए जा रहे हैं
  • कोरोना से ठीक हुए पुलिस जवान के द्वारा ऑक्सीजन पेड़ लगाकर उनको क्वारंटाइन सेंटर से विदा किया गया

किसान आंदोलन के चलते दिल्ली का सिंघु बॉर्डर पूरी तरह बंद है, जबकि ऑक्सीजन की भारी कमी से जूझ रही दिल्ली में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश से ऑक्सीजन टैंकर की सप्लाई जारी है. ये वो राज्य हैं, जहां से दिल्ली आने के लिए सिंघु के उस बॉर्डर को पार करना पड़ता है, जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है. ऐसे में सातों दिन 24 घंटे दिल्ली पुलिस इन ऑक्सीजन टैंकर को दिल्ली लाने में जुटी हैं. दिल्ली पुलिस के अफसरों का कहना है कि आंदोलन किसी भी तरह का हो इमरजेंसी सेवाओं को कोई नहीं रोक सकता और दिल्ली पुलिस ने ऑक्सीजन टैंकर लाने के लिए बखूबी इंतजाम कर रखे हैं जिन्हें हर दिन अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है.

सोमवार दोपहर 1 बजे के वक्त जैसे ही दिल्ली पुलिस को वायरलेस के जरिए सूचना मिली कि ऑक्सीजन टैंकर को सिंघु बॉर्डर होते हुए AIIMS पहुंचाना है, दिल्ली पुलिस की तमाम टीमें केएमपी फ्लाईओवर की तरफ रवाना हो गईं. देखते ही देखते इस ऑक्सीजन टैंकर को ग्रीन कॉरिडोर मुहैया कराया गया और सिंघु बॉर्डर क्रॉस करते हुए टैंकर को AIIMS पहुंचाया गया, ताकि मरीजों की सांसें चलती रहें.

दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह जीटी करनाल रोड बेहद महत्वपूर्ण रास्ता है जिससे होकर करीब 10 से 12 ऑक्सीजन के टैंकर रोज पुलिस की कड़ी निगरानी में अस्पताल तक पहुंचाए जा रहे हैं. क्योंकि सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है, लिहाजा ऑक्सीजन के टैंकर केएमपी से होते हुए सिंघु स्कूल-सिंघु टोल प्लाजा के रास्ते दिल्ली भेजे जा रहे हैं. जबकि एक दूसरे रास्ते औचंडी बॉर्डर से बवाना होते हुए दिल्ली के लिए ग्रीन कॉरिडोर मुहैया कराया जा रहा है.

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पेड़ लगाकर पुलिस जवान क्वारंटाइन सेंटर से विदा

वहीं दूसरी तरफ रांची में कोरोना से ठीक हुए पुलिस जवान के द्वारा ऑक्सीजन पेड़ लगाकर उनको क्वारंटाइन सेंटर से विदा किया गया. इस महामारी में देश और राज्य जिस तरह ऑक्सीजन की कमी को झेल रहा है, काफी पेड़ कट रहे हैं और पल्यूशन बढ़ रहा है, उसी को देखते हुए रांची पुलिस ने एक पहल की है. जिसमें हर एक जवान को एक एक पेड़ लगाना अनिवार्य है. 

 

दरअसल जगन्नाथपुर विस्थापित कॉलोनी में एसिंप्टोमेटिक जवानों के लिए 400 बेड का क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां उचित चिकित्सा देखभाल में उनका इलाज और निगरानी की जा रही है, जिनमें से 5 लोग डिस्चार्ज हुए. मौके पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि जवान डिस्चार्ज हो रहे हैं और ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए ऑक्सीजन का पौधा लगाकर जा रहे हैं. 

 

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