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दिल्ली शराब घोटाला: विजय नायर की जमानत अर्जी पर राउज एवेन्यू कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

दिल्ली की आबकारी नीति पर उठे विवाद में आरोपी विजय नायर की जमानत अर्जी पर फैसला सुरक्षित रख लिया गया है. ED ने विजय नायर की ज़मानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि नायर का रोल मीडिया कॉर्डिनेटर से भी ज़्यादा था. जबकि, नायर के वकील ने ED की दलील का विरोध करते हुए कहा कि ED का यह कहना पूरी तरह से गलत है.

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AAP नेता विजय नायर
AAP नेता विजय नायर

दिल्ली की आबकारी नीति पर उठे विवाद में आम आदमी पार्टी के नेता और आरोपी विजय नायर की जमानत अर्जी पर राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. कोर्ट ने संकेत दिया कि 20 जनवरी को आबकारी नीति में आरोपियों की ज़मानत अर्जी पर सुनवाई से पहले फैसला सुना सकता है. ED ने विजय नायर की ज़मानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि नायर का रोल मीडिया कॉर्डिनेटर से भी ज़्यादा था. उसे इस सारे मामले की गहराई तक जानकारी थी. 

ED का तर्क-विजय नायर की मीडिया कोऑर्डिनेटर से ज्यादा भूमिका
ED ने कहा कि विजय नायर को पार्टी ने आबकारी नीति को सुचारू रूप से लागू करवाने के लिए ही नियुक्त किया था. ED ने दलील दी कि दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी का ये दावा कि 'विजय नायर सिर्फ मीडिया कोऑर्डिनेटर था' सरासर गलत बयानी है. क्योंकि गवाहों के बयान और दस्तावेजी सबूत कुछ और ही कहानी बताते हैं.

विजय नायर ने लगतार फोन और सिम बदले
ED ने कहा कि विजय नायर ने लगतार फोन और सिम बदले. अलग अलग सिम पर उसने सोशल मीडिया प्लेटफार्म सिग्नल, टेलीग्राम जैसे ऐप का भी इस्तेमाल किया. ED ने कहा कि 100 करोड़ रुपए दक्षिण भारत से उत्तर भारत तक लाए गए. इतनी बड़ी नकद रकम को हजारों किलोमीटर तक लाने के लिए हवाला ऑपरेटर्स सहित कई लोगों की मदद ली गई थी. ED ने कहा कि आबकारी नीति  पर हुई हरेक गतिविधि तय में विजय नायर पूरी तरह शामिल था. 

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विजय नायर की भूमिका मीडिया कोऑर्डिनेटर की रही
विजय नायर के वकील ने ED की दलील का विरोध करते हुए कहा कि ED का यह कहना पूरी तरह से गलत है कि विजय नायर की भूमिका मीडिया कोऑर्डिनेटर से ज़्यादा थी. उसका सरोकार सिर्फ मीडिया के साथ तालमेल बनाना ही था. विजय नायर के वकील ने कहा कि ईडी उन हवाला ऑपरेटर्स के नाम बताए जिनके ज़रिए दक्षिणी राज्यों से हवाला के जरिए इतनी बड़ी रकम उत्तर भारत तक लाने की दलील दी गई है. उन हवाला ऑपरेटर्स को ED सामने क्यों नहीं लाती?

विजय नायर ने कहा कि अगर वो पॉलिसी के केंद्र में शामिल भी था तो भी यह किसी जुर्म को साबित नहीं करता है. विजय नायर के वकील ने कहा कि अगर मीडिया में कोई बात आती है तो क्या जांच एजेंसी सीधे सीधे उस पर भरोसा कर सकती है? CBI ने नायर का फोन सीज किया था तब मजबूरन नायर ने अपने लोगों के साथ संपर्क करने के लिए नया फोन लिया था.
 

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