
दिल्ली के झिलमिल इलाके में रहने वाले 20 वर्षीय मर्चेंट नेवी के कैडेट धनंजय अरोड़ा संदिग्ध परिस्थितियों में मॉरीशस के पास जहाज से गायब हो गए हैं. पिछले पांच दिनों से उनका कुछ पता नहीं चल पाया है. पीड़ित के परिवारजनों ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और गृह मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई है.
हालांकि, अभी तक किसी प्रकार की मदद परिवारवालों को नहीं मिली है. धनंजय अरोड़ा के परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है. कहीं से मदद न मिल पाने पर पीड़ित परिवार ने फेसबुक और वाट्सऐप पर धनंजय की फोटो शेयर करके लोगों से उन्हें ढूंढ़ने में मदद करने की अपील की है.
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कैडेट धनंजय के परिवार में पिता वीरेंद्र अरोड़ा, मां और एक बहन है. पिता का अपना कारोबार है. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि धनंजय का एलिगेंट मरीन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से नौ महीने का अनुबंध हुआ था. 22 नवंबर 2019 को जहाज से क्रूड तेल का टैंकर लेकर चीन के लिए निकले थे. 18 अगस्त को अनुबंध पूरा हो गया था, लेकिन कोविड-19 की वजह से अनुबंध दो माह के लिए बढ़ा दिया गया था.

पिता वीरेंद्र कुमार ने बताया कि 13 सितंबर को शाम साढ़े चार बजे फोन पर धनंजय की बात उनकी मां और बहन से हुई थी, उस वक्त वह मॉरीशस से कई किलोमीटर दूर थे. बात करने पर लग रहा था वह बहुत परेशान है. जब परेशानी का कारण पूछा तो धनंजय ने कहा वह रात को कॉल करके बताएंगे.
उसी दौरान धनंजय ने अपने वाट्सऐप नंबर से घर के नंबर पर एक अधिकारी के कुछ फोटो भेजे थे. उन्होंने कहा था इन फोटो को सुरक्षित रखना, इससे पहले धनंजय ने एक अधिकारी द्वारा प्रताड़ित करने की बात बताई थी. फोटो भेजने के कुछ घंटे के बाद धनंजय जहाज से गायब हो गए, उनके साथियों ने खाने के वक्त उन्हें पूरे जहाज पर ढूंढ़ा लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला.
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उसी रात जहाज के अधिकारियों ने फोन करके परिवारवालों को जानकारी दी कि धनंजय जहाज पर नहीं है. उनके दोनों मोबाइल केबिन में मिले हैं. धनंजय जहाज से कहां गए किसी को नहीं पता. परिवालों का आरोप है कि उनके बेटे ने जिस अधिकारी के फोटो वाट्सऐप किए हैं, उसी ने उसके साथ कुछ गलत किया है.

धनंजय ने जो फोटो स्वजनों को भेजे थे, वह उन्होंने कंपनी के अधिकारियों को भेजकर उनके राज के बारे में पता किया और धनंजय के बारे में पूछा. आरोप है कि कंपनी के अधिकारी किसी तरह की परिवार की मदद नहीं कर रहे हैं. बस इतना कह रहे हैं समुंद्र में धनंजय को ढूंढ़ा जा रहा है. परिवारवालों ने जहाज के कैप्टन से भी बात की, लेकिन उन्होंने किसी भी फोटो की जानकारी होने से मना कर दिया.