रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में आईएनएस विशाखापत्तनम भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो गया. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे यहां आकर खुशी हो रही है. इससे हमारी समुद्री क्षमता बढ़ेगी. हम अपनी रक्षा प्रणाली में आगे बढ़ रहे हैं और आत्मानिर्भर भी बन रहे हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि बधाई दी और कहा कि ये जहाज दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक से लैस है. उन्होंने कहा कि जहाज निर्माण में ये आत्मानिर्भरता अतीत में हमारी पहचान थी. भविष्य में हम न केवल अपनी मांगों को पूरा करेंगे बल्कि दुनिया की भी जरूरतों को पूरा कर सकेंगे. न केवल मेक इन इंडिया बल्कि मेक फॉर द वर्ल्ड का सपना भी भविष्य में साकार होगा.
राजनाथ ने आगे कहा कि आज हम वैश्वीकरण की दुनिया में जी रहे हैं, इसलिए समुद्र की सुरक्षा और भी जरूरी हो गई है. भारत नियम आधारित समुद्री क्षमता का समर्थन करता है और शांति की वकालत करता है. इसलिए हमारी नौसेना की भूमिका महत्वपूर्ण है. सीमा विवादों के चलते दुनिया अपनी समुद्री क्षमता को मजबूत करने की कोशिश कर रही है.
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि सरकार की नीतियां हैं जो हमें विश्व स्तरीय बनाती हैं. बहुत सारे सुधार हैं जिससे सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों को लाभ हो रहा है. पिछले 5 वित्तीय वर्ष में, बजट का 2/3 हिस्सा स्वदेश में रक्षा निर्माण के लिए चला गया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार आत्मनिर्भरता और स्वदेशी निर्माण क्षमता के लिए कोई भी सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है.
(इनपुट- पूर्वा)