मुंबई के पुलिस कमिश्नर रहे परमबीर सिंह की ओर से महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोप को लेकर सियासत गर्म है. मुंबई से लेकर दिल्ली तक हंगामा मचा है. शरद पवार और उनकी पार्टी देशमुख के बचाव में है तो वहीं, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए है और उद्धव सरकार पर लगातार हमला बोल रही है.
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आजतक से बात करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार पर इतने गंभीर आरोप लग रहे हैं. सरकार की विश्वसनीयता पर गहरा प्रश्नचिह्न लग चुका है. मंत्री को तुरंत मंत्रिमंडल से बाहर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के आरोप को सुषमा स्वराज वाले मामले से इक्वेट नहीं करना चाहिए. महाराष्ट्र में हालात राष्ट्रपति शासन के ही हैं. राजनाथ सिंह ने कहा कि देखते जाइए, आगे क्या-क्या होता है. मुझे लगता है सरकार नहीं चल पाएगी. शिवसेना से फिर से समझौते को लेकर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इससे इनकार नहीं कर रहे, लेकिन कुछ कह नहीं सकते. भविष्य तय करेगा.
हताशा में हैं ममता बनर्जी
राजनाथ सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी चोट का फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं. यह बताता है कि वो हताशा में हैं. उन्होंने दावा कि बंगाल में बीजेपी दो सौ से ज्यादा सीटें जीतेगी. सीएम कैंडिडेट को लेकर सवाल के जवाब में राजनाथ सिंह ने कहा कि बहुत जगह हम बिना चेहरे के चुनाव जीते हैं. जनता नरेंद्र मोदी पर भरोसा करती है. हम वो वादे करते हैं, जो पूरे कर सकें. बंगाल में किसान आंदोलन के प्रभाव से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का असर बंगाल में होता तो हम दो सौ सीट का सपना कैसे देखते?
किसानों को ऐसे नहीं छोड़ देंगे
केंद्र सरकार के मंत्री ने कहा कि आंदोलनों की पवित्रता भंग न हो, इसके लिए जरूरी है कि आंदोलन से जुड़े लोग किसी राजनीतिक पार्टी के पक्ष में न खड़े हों. हम किसी किसान को अपने खिलाफ नहीं मानते. किसान की आय दोगुनी करना हमारा संकल्प है. हम भी किसान हैं. कोई समस्या है तो मिल बैठ कर समाधान निकाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि किसान कुछ प्रस्ताव ले कर आएं, कहां-कहां संशोधन की आवश्यकता है ये बताएं तो हम संशोधन के लिए तैयार हैं. हम किसान को ऐसे ही छोड़ देंगे, ऐसा नहीं है.
नहीं करते कोई सांप्रदायिक भेदभाव
राजनाथ सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि असम में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कोई शंका नहीं है. हम पहले भी साफ कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि सीएए पर हमारी नीति एकदम स्पष्ट है. असम की सभ्यता संस्कृति से कोई खिलवाड़ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हम किसी तरह का कोई सांप्रदायिक भेदभाव नहीं करते. एआईयूडीएफ से कांग्रेस के गठबंधन को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे हमें कोई नुकसान नहीं होगा.
पड़ोसियों से चाहते हैं अच्छे रिश्ते
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत सभी पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते चाहता है. हमने हमेशा कोशिश की है. पाकिस्तान को बेहतर रिश्ते चाहिए तो कोशिश उनको करनी होगी. अगर वो हमसे बातचीत चाहते हैं तो आतंकवाद के खिलाफ कमिटमेंट करना पड़ेगा. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि कोई भी संगठन भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करेगा तो सुरक्षाबल उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि हम पूरी दुनिया को परिवार मानते हैं. हमने 70 देशों को कोरोना की वैक्सीन मुहैया कराई है.
भारत कोई कमजोर देश नहीं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को लेकर सवाल के जवाब में कहा कि चीन को भी समझ आएगा, आश्वस्त रहिए. भारत कोई कमजोर देश नहीं है. भारत अब ताकतवर हो चुका है. कोई भारत को आंख दिखाएगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब देने की कूव्वत है हमारी. उन्होंने कहा कि चीन से बातचीत जारी है. हमने एक इंच भी जमीन नहीं गंवाई है. राहुल गांधी की बात छोड़िए, पता नहीं उनको कहां से जानकारी हासिल होती है. रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार देश की एक इंच जमीन पर कब्जा करने की इजाजत नहीं देगी.
चीन से भी चाहेंगे बेहतर रिश्ते
उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद है. सकारात्मक कदम चीन की तरफ से भी उठाए जाने चाहिए. हम तो चीन से भी बेहतर रिश्ते चाहेंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन की बातचीत सेना और कूटनीतिक, दोनों ही स्तर पर जारी रहेगी. बातचीत का सिलसिला ऐसे ही चलता है. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के सम्बंध अच्छे हैं, वहां कोई भी सरकार रहे.