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साइक्लोन यास का असर: एयरपोर्ट-रेल बंद, ओडिशा में कई जिलों में वैक्सीनेशन भी रोका गया, 10 बड़े Update

बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात यास ओडिशा और बंगाल से बुधवार दोपहर को टकराएगा. लेकिन उससे पहले ही तटीय इलाकों में तेज़ बारिश, आंधी-तूफान होने लगा है. समुद्री इलाके के आसपास से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, लेकिन चक्रवात यास के कारण आम जनजीवन पर भी काफी असर पड़ रहा है.

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Cyclone yaas का बंगाल-ओडिशा में बड़ा असर (PTI)
Cyclone yaas का बंगाल-ओडिशा में बड़ा असर (PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चक्रवात यास की बंगाल-ओडिशा में दस्तक
  • पांच एयरपोर्ट बंद, कई ट्रेनों को रद्द किया गया
  • लाखों लोगों को अभी तक शिफ्ट किया गया

देश अभी चक्रवात ताउते की तबाही से उबर ही रहा था कि चक्रवात यास (Cyclone Yaas) ने दस्तक दे दी. बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात यास ओडिशा और बंगाल से बुधवार दोपहर को टकराएगा. लेकिन उससे पहले ही तटीय इलाकों में तेज़ बारिश, आंधी-तूफान आने लगा है.

समुद्री इलाके के आसपास से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, लेकिन चक्रवात यास के कारण आम जनजीवन पर भी काफी असर पड़ रहा है. दोनों राज्यों में एयरपोर्ट, रेल सेवा, वैक्सीनेशन समेत कई चीज़ों को अस्थाई रूप से रोक दिया गया है.

कोलकाता के सभी फ्लाइओवर्स को बंद किया गया है, बैरिकेडिंग कर दी गई है. तूफान के असर के बीच जो पेड़ सड़कों पर गिर गए हैं, उन्हें हटाने का काम चल रहा है. विक्टोरिया मेमोरियल के पास भी पेड़ उखड़ गए हैं. 

बंगाल और ओडिशा में चक्रवात यास का कितना असर... 

1.    चक्रवात यास के असर के कारण बंगाल में कोलकाता एयरपोर्ट, ओडिशा में भुवनेश्वर एयरपोर्ट को बंद करने का फैसला लिया गया है. इनके अलावा दुर्गापुर, राउरकेला, झारसुगडा एयरपोर्ट को भी बंद किया गया है. सभी एयरपोर्ट 27 मई तक बंद रहेंगे और किसी भी तरह की उड़ान का संचालन नहीं होगा. 

2.    तूफान के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. ओडिशा ने तटीय इलाकों से डेढ़ लाख से अधिक लोगों को शिफ्ट किया है, जबकि कुल साढ़े तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का टारगेट है. वहीं, पश्चिम बंगाल में 11.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. 

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3.    लोगों को शिफ्ट करके शेल्टर होम में लाया जा रहा है. लेकिन जिन शेल्टर होम में ग्रामीणों को शिफ्ट किया जा रहा है, वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग, सफाई को लेकर समस्या आ रही है. गौरतलब है कि तूफान के बीच कोरोना का संकट भी बरकरार है, ऐसे में प्रशासन के सामने इस वक्त दोहरी चुनौती है. 

क्लिक करें: बंगाल: साइक्लोन यास से पहले हुगली में टॉरनेडो ने मचाई तबाही, कई मकान व दुकानें ध्वस्त, दो की मौत

4.    साइक्लोन यास के बीच तटीय इलाकों में मौजूद अस्पतालों में सबसे अधिक दिक्कत आ रही है. अस्पतालों से कोविड मरीज़ों को शिफ्ट किया गया है. एक कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. यहां करीब 68 कोविड मरीज हैं, जिनमें से 15 आईसीयू में और 40 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं.

5.    हवा और सड़क मार्ग के अलावा चक्रवात यास का असर रेलवे पर भी पड़ा है. रेलवे की ओर से लगातार मॉनिटिरिंग की जा रही है, बंगाल-ओडिशा को जाने वाली और वहां से आने वाली दर्जनों ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. इस बीच बीते दिन एक तस्वीर सामने आई थी जहां रेलवे ट्रैक पर खड़ी ट्रेनों को जंजीर से बांधा गया था. 

फोटो: PTI


6.    चक्रवात तूफान के कारण पारादीप पोर्ट ट्रस्ट ने मंगलवार को दोपहर 2 बजे से कामकाज बंद कर दिया है, साइक्लोन यास के असर तक इसे बंद ही रखा जाएगा. 

7.    चक्रवात यास का असर अब कोविड वैक्सीनेशन के अभियान पर भी पड़ा है. ओडिशा में करीब 6 जिलों में वैक्सीनेशन को तूफान के कारण बंद किया गया है. बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा समेत अन्य कुछ जिलों में वैक्सीनेशन का काम बंद रहेगा. बंगाल के भी कुछ इलाकों में ऐसा ही असर दिख सकता है. 

8.    बंगाल और ओडिशा में चक्रवात यास के असर के बीच एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. करीब 100 टीमें दोनों राज्यों में तैनात हैं. इनके अलावा झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और अन्य राज्यों में भी टीमें तैनात की गई हैं. 

9.    चक्रवात यास का कुछ असर बिहार और उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिल सकता है. ऐसे में बीते दिनों यहां पर प्रशासन द्वारा तैयारियों को परखा गया. बिहार में खुद नीतीश कुमार ने मीटिंग कर तैयारियों का जायजा लिया.

10.    चक्रवात यास के दौरान हवा की गति 150 किमी. प्रति घंटा से लेकर 180 किमी. प्रति घंटा तक पहुंच सकती है. ऐसे में तेज हवा के साथ-साथ बारिश की संभावना है, लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई है.   

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