भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड ने बार्ज पी305 पर सवार 261 लोगों में से 189 लोगों को बचा लिया है. सोमवार को यह बार्ज तौकते तूफान के चलते डूब गया था. एफकॉन की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि हमें इस बात का बेहद दुख है कि पी305 पर सवार लोगों में से 22 लोगों की मौत हो गई है. हम इस बात से आहत हैं. दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं मारे गए लोगों के परिजनों के साथ है.
बयान में आगे कहा गया कि हमारा ध्यान अब अन्य लापता लोगों का पता लगाना और उनकी जान बचाना है. यह जितना जल्दी संभव हो किया जाएगा. राहए एवं बचाव कार्य जारी रहेगा. हम भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड का धन्यवाद करते हैं. ये लोग लगातार लापता लोगों को तलाशने में जुटे हुए हैं. लोगों की सुरक्षा और बचाव हमारी प्राथमिकता है.
कंपनी की तरफ से कहा गया कि हम इस संकट की घड़ी में मदद का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. हमें पता है कि जान गंवाने वाले लोगों की जान की कीमत किसी भी तरीके से चुकाई नहीं जा सकती. लेकिन हम उनके परिजनों की आर्थिक सहायता करने के लिए तैयार हैं. हमारी कंपनी की हेल्पलाइन नंबर खुले हैं. लापता लोगों के परिजन किसी भी मदद और जानकारी के लिए हमसे संपर्क साध सकते हैं.
नौसेना ने लगाई पूरी ताकत
आईएनएस कोच्चि के कमांडिंग अफसर एस सिक्वेरिया ने कहा कि यह काफी चुनौती भरा था. समुद्र में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं. विजिबिलिटी भी जीरो थी. यहां तीस फीट ऊंची लहरें चल रही हैं. इस दौरान वॉरशिप गहरे समंदर में थी. लेकिन पूरी ताकत के साथ बचाव कार्य जारी रखा गया. उन्होंने कहा कि एयर ऑपरेशन काफी मुश्किल था. सिक्वेरिया ने बताया कि तेज हवाओं और ऊंची लहरों के बीच यह ऑपरेशना काफी मुश्किल भरा रहा. मुंबई और गुजरात में भारतीय नौसेना का राहत और बचाव अभियान तीसरे दिन भी जारी रहा.
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