कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच देश के कई राज्यों पर चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) का खतरा मंडरा रहा है. यह तूफान शनिवार सुबह ओडिशा के तटों से टकरा सकता है.
इन राज्यों में भारी बारिश की आशंका
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व का ऊपर दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 32 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. इसके उत्तर आंध्र प्रदेश से पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है. यह तूफान 4 दिसंबर की सुबह, 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिण ओडिशा के तटों से टकरा सकता है. इसे लेकर पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश की आशंका है.
100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, इस तूफान के तट से टकराने के बाद हवाओं की 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है. खतरे को देखते हुए ओडिशा के चार जिले- गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.
NDRF और कोस्ट गार्ड की कई टीम तैनात
तूफान के खतरे को देखते हुए निचले इलाकों में रह रहे लोगों को हटाया जा रहा है. विशाखापट्टनम में शुक्रवार और शनिवार को स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी का घोषणा की गई है. इससे निपटने के लिए तटीय राज्यों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कुल 29 टीमों को ओडिशा में तैनात कर दिया है. ये टीमें राज्यों में नावों, पेड़ काटने वालों औजार, दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं. जबकि 33 एनडीआरएफ टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है. साथ ही, कोस्ट गार्ड की कई टीमें भी तैनात कर दी गई हैं.
गृह मंत्रालय 24 घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहा है और लगातार राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है.