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कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता वेंटिलेटर पर, AIIMS में चल रहा इलाज

कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता के ऑक्सीजन लेवल में उतार-चढ़ाव हो रहा है. तबीयत बिगड़ने पर चीता को उपचार के लिए हरियाणा के झज्जर स्थित एम्स अस्पताल ले जाया गया इलाज चल रहा है.

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कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता (फाइल फोटो)
कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ऑक्सीजन लेवल में हो रहा उतार-चढ़ाव
  • एम्स, झज्जर में चल रहा चेतन का इलाज

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारी चेतन चीता की  तबीयत बिगड़ गई है. चेतन चीता को उपचार के लिए हरियाणा के  झज्जर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है. एम्स झज्जर में उनका इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि उनका ऑक्सीजन लेवल फ्लक्चुएट कर रहा है. चिकित्सक चेतन चीता के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं.

जानकारी के मुताबिक कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उनके ऑक्सीजन लेवल में उतार-चढ़ाव हो रहा है. तबीयत बिगड़ने पर चीता को उपचार के लिए हरियाणा के झज्जर स्थित एम्स अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर इलाज कर रहे हैं. चिकित्सक उनके स्वास्थ्य पर करीबी नजर रखे हुए हैं. चेतन चीता का उपचार चल रहा है.

चेतन चीता की अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है. एम्स के संबंधित अधिकारियों की ओर से चेतन चीता को जरूरी चिकित्सा सहायता दी जा रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम चेतन चीता के स्वास्थ्य की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. गौरतलब है कि सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन चीता को बहादुरी के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जा चुका है.

बता दें कि जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की 14 फरवरी 2017 को आतंकियों से मुठभेड़ हो गई थी. आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर पहुंचे सुरक्षाबलों के मूवमेंट की जानकारी आतंकियों को पहले ही हो गई थी. घात लगाकर बैठे आतंकियों ने फायर झोंक दिया था. इस मुठभेड़ में चीता को नौ गोलियां लगी थीं.

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इस मुठभेड़ में गोली लगने के कारण चेतन चीता की एक आंख भी चली गई लेकिन उन्होंने अदम्य साहस दिखाते हुए तीन आतंकियों को मार गिराया था. चेतन चीता एक महीने से अधिक समय तक कोमा में रहने के बाद ठीक होकर घर लौटे और फिर ड्यूटी पर भी वापस आए. चेतन के जल्द स्वस्थ होने के लिए उस समय देशभर में दुआएं हुई थीं. उन्हें इस वीरता के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया.

 

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