चीन में कोरोना से मचे हाहाकार के बीच एक बार फिर भारत में महामारी का खौफ मंडराने लगा है. इसके चलते देश में मामूली सख्तियों का दौर शुरू हो गया है. कुछ देशों से भारत आ रहे लोगों के लिए कोरोना की नेगेविट रिपोर्ट दिखाना जरूरी किया जा सकता है. दरअसल, आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अगले 40 दिन भारत के लिए काफी गंभीर हो सकते हैं, क्योंकि जनवरी में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
भारत आने पर टेंस्टिंग अनिवार्य!
इसी को ध्यान में रखते हुए देश और विदेशों से आ रहे लोगों के लिए कुछ सख्तियां कर दी गई हैं. सूत्रों के मुताबिक, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अगले हफ्ते से 'एयर सुविधा' फॉर्म भरना और 72 घंटे पहले RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव अनिवार्य की जा सकती है.
भारत में कहां-कहां पाबंदी?
वहीं, भारत की बात की जाए तो नए साल के जश्न को देखते हुए केंद्र समेत राज्यों की सरकारें अलर्ट मोड पर आ गई हैं. कर्नाटक में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. तो वहीं, दिल्ली से चेन्नई तक एयरपोर्ट पर टेस्टिंग बढ़ा दी गई है. हिमाचल में बढ़ते सैलीनियों के बीच सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का इस्तेमाल करने की बात कही गई. उत्तराखंड और महाराष्ट्र में एयरपोर्ट पर कोरोना जांच के आदेश दिए गए हैं.
देश में 40 दिन का अलर्ट
कोरोना के लिहाज से भारत के लिए 40 दिन खतरनाक हो सकते हैं. दरअसल, पहले भी ऐसा देखा गया है कि ईस्ट एशिया को प्रभावित करने के 30 से 35 दिनों बाद ही भारत में कोविड-19 की नई लहर पहुंची थी. इसलिए यह एक ट्रेंड बन गया है, जिसके आधार पर ही ये दावा किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि चीन में आई कोविड लहर का कारण ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट बीएफ.7 है. यह सब वैरिएंट काफी तेजी के साथ संक्रमण फैलाता है और एक समय पर 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है.
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि इस बार कोरोना का संक्रमण लोगों के लिए ज्यादा गंभीर नहीं है. ऐसे में अगर कोई लहर आती भी है तो मरीजों की मौतें और उनके अस्पताल में एडमिट होने की संख्या काफी कम रहेगी.