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कांग्रेस की 2024 टीम में प्रियंका गांधी कहाँ होंगी?

कैसी होगी कांग्रेस की नई टीम,टमाटर की कीमतों में उछाल क्यों,बग़ावत शांत हो गई लेकि पुतिन की पोल कैसे खुली और जानवरों को नशे क्यों करा रहे लोग? सुनिए 'दिन भर' में.

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दिन भर
दिन भर

कांग्रेस में प्रियंका गांधी का प्रमोशन होगा?

कांग्रेस की नई टीम तैयार होने वाली है. देश की सबसे पुरानी पार्टी अब नए चेहरों के भरोसे होगी. ऐसा दावा कांग्रेस के भीतर से ही हो रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज सोनिया गांधी से मिलने भी पहुंचे. बताया गया कि कांग्रेस की नई वर्किंग कमेटी को लेकर बैठक में चर्चा हुई. 29 जून को खड़गे राहुल गांधी से भी मिल सकते हैं. बताया जा रहा है कि इसी मीटिंग के बाद नई कमेटी की घोषणा हो सकती है.इन सब से इतर एक चर्चा और है....कांग्रेस सेक्रेटरी प्रियंका गांधी को लेकर. कहा जा रहा है कि उन्हें वर्किंग कमेटी में कोई बड़ा पद दिया जा सकता है. फिलहाल प्रियंका के पास यूपी की ज़िम्मेदारी है लेकिन क्या लोकसभा चुनाव तक ये ज़िम्मेदारी बरकरार रहेगी, ये एक सवाल है.बताया गया है कि वर्किंग कमेटी में 50% सदस्य दलित और पिछड़े वर्ग समुदायों से हो सकते हैं. इसके अलावा 50 साल से कम उम्र के नेताओं को तवज्जो दी जाएगी. तो किस तरह के बदलाव हमें कांग्रेस वर्किंग कमेटी में दिख सकते हैं?सुनिए ‘दिन भर’ में.

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टमाटर क्यों ‘प्याज’ हो गया?

सब्जियों की महंगाई ने इस देश में सरकारें बदली हैं. प्याज़ के हिस्से भी ये उपलब्धि आ चुकी है लेकिन आज बात टमाटर की. उसने शतक बनाया है दाम का. कुछ दिन पहले तक 30 से चालीस रुपए किलो बिक रहे टमाटर अब कहीं सौ और कहीं सौ रुपए किलो से ज्यादा में बिक रहे हैं. राजस्थान के जयपुर में ये कीमत 100 से 120 है, दिल्ली में अस्सी से सौ ,गुजरात के अहमदाबाद में 90 से 100 तक बिक रहे हैं टमाटर. देश की ज्यादातर थोक मंडियों में भी 60 से 70 रुपये किलो का भाव चल रहा है.क्यों आया है ये उछाल और ग्राउंड पर मौजूद लोगों में खरीददारों से लेकर बेचने वालों के क्या हालात है?सुनिए ‘दिन भर’ में.

 

एक बग़ावत से पुतिन की पोल खुली?

 

बीते शुक्रवार पुतिन के खिलाफ बग़ावती तेवर दिखा रही वागनर आर्मी से देशद्रोह समेत सारे केस आज हटा दिए गए हैं. रूस में ये प्राइवेट आर्मी पुतिन और उनकी सरकार के लिए मुसीबत तब बन गई थी जब इस आर्मी के बॉस येवगेनी प्रिगोज़िन ने मॉस्को कूच की घोषणा की थी. उनका दावा था कि उन्होंने रूस के रोस्तोव शहर को नियंत्रण में ले लिया है और अब उनका अगला फोकस राजधानी है. यूक्रेन में युद्ध छेड़े हुए रूस के लिए ये बड़ा सेटबैक कहा गया लेकिन फिर 24 घंटे के अंदर उन्होंने अचानक यू टर्न ले लिया और अपने सैनिकों की वापसी की घोषणा की. बाद में खबर ये आई कि समझौता हो गया और वागनर आर्मी बेलारूस लौट जाएगी. इसके बाद से ही ऐसी खबरें चल रही थीं कि पुतिन इस आर्मी के खिलाफ ऐक्शन ले सकते हैं,वो नाराज बताए जा रहे हैं लेकिन कल पुतिन ने सबको चौंकाया जब एक बयान जारी कर के उन्होंने कहा कि वागनर आर्मी देशभक्त है और उन्हें विद्रोह के लिए भड़काया गया था.और आज वागनर आर्मी के लड़ाकों से सारे केस हटा दिए गए. दूसरी ओर इस समूह के मुखिया ने भी एक बयान जारी कर के कहा है कि उनका इरादा मौजूदा सरकार को हटाने का बिल्कुल भी नहीं था. रूस में बग़ावत के खतरे से लेकर इस यू टर्न तक की स्थिति कैसे बनी और क्या ये समझौता वागनर ग्रुप से ज्यादा पुतिन की मजबूरी बन गया था? सुनिए ‘दिन भर’ में.

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जानवरों को नशे क्यों करा रहे लोग?

हर साल हजारों की संख्या में लोग केदारनाथ धाम के दर्शन करने जाते है। उत्तराखंड के चार धामों में सबसे मुश्किल यात्रा होने के बाबजूद केदारनाथ सैलानियों का गढ़ बनता जा रहा है। इसी बीच वहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। इस वीडियो में एक आदमी खच्चर को सिगरेट पिलाता हुआ नज़र आ रहा है। जितने भी लोगों ने इसे देखा उन्होंने animal cruelty के हैशटैग्स के साथ इसे forward किया। घटना की पुलिस कंप्लेन भी हुई. दरअसल, केदारनाथ धाम की यात्रा करने के लिए mainly तीन तरीके है - पहला, हेलीकॉप्टर से जाना, जो लोगों को महंगा पड़ता है। दूसरा, पैदल यात्रा , जो थकान भरा है और बूढ़े लोगों के बेहद मुश्किल और फिर घोड़े या खच्चरों की सवारी। ये विकल्प लोगों को आसान, मजेदार और सस्ता भी लगता है। लेकिन यात्रियों के लिए जो कुछ देर का एडवेंचर होता है वही उन जानवरों के लिए लंबे की परेशानी. इस बार की यात्रा शुरू होने के बाद रुद्रप्रयाग पुलिस स्टेशन में जानवरों को प्रताड़ित करने के लगभग 14 से 15 मामले दर्ज हुए. इस साल इन घटनाओं में ये उछाल कैसे आया और इसको लेकर नियम क्या कह रहे हैं? सुनिए ‘दिन भर’ में.

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