लद्दाख सीमा पर बीते दिन हुई फायरिंग की घटना ने भारत-चीन के बीच तनाव को और भी भड़का दिया है. भारत की ओर से चीन को इसका जिम्मेदार ठहराया गया है, तो वहीं चीन लगातार भारत पर ही आरोप थोप रहा है. अब इस मसले पर मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. जिसमें फिर उसी आरोप को दोहराया गया.
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि 7 तारीख की रात को भारतीय सेना के जवानों ने LAC को पार किया और वार्निंग शॉट दागे. जिसके बाद चीनी सेना ने इसका जवाब दिया. चीन ने आरोप लगाया कि भारतीय सेना ने बीते वक्त में जो समझौते हुए हैं, उनका उल्लंघन किया है. भारत को ऐसे में तुरंत ही बॉर्डर से सेना को वापस हटाना चाहिए.
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि इस पूरे विवाद को लेकर रक्षा मंत्रियों की बैठक में चर्चा हुई थी, जहां पर चीनी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से कहा कि बॉर्डर पर तनाव की जिम्मेदारी भारत की है. चीन ने कहा है कि भारत को अपने सैनिक हटाने चाहिए और गलत जानकारी देने से रुकना चाहिए.
चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर आरोप लगाया कि 1975 के बाद पहली बार सीमा पर फायरिंग हुई है, इसकी जिम्मेदार भारतीय सेना है. चीनी विदेश मंत्रालय के अलावा चीनी सेना और चीनी मीडिया की ओर से भी इस मामले में भारत के खिलाफ बयान दिया गया और मामले को बिगाड़ने की कोशिश की गई.
आपको बता दें कि बीते दिन चीन ने सीमा पर घुसपैठ की कोशिश की थी. लेकिन भारतीय जवानों ने जब उनका रास्ता रोका तो चीनी सैनिकों ने हवाई फायरिंग कर दी. भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक बयान में चीनी सेना द्वारा किए गए दावों को पर्दाफाश कर दिया है.