चीन भारत की 38 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर लगातार अवैध कब्जा कर रहा है. यह काम वह पिछले 6 दशक से कर रहा है. ये बात सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कही. विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में पिछले 6 दशकों से चीन करीब 38 हजार वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रखा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने 1963 में अवैध रूप से कब्जा किए गए शक्सगाम घाटी के 5 हजार 180 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र को अवैध रूप से चीन को सौंप दिया है.
इससे पहले चीन के मुद्दे पर कांग्रेस राहुल गांधी ने 3 फरवरी को को संसद में केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि केंद्र की गलत नीतियों के चलते चीन और पाकिस्तान साथ हो गए. राहुल ने संसद में भारत सरकार की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा था, 'आपकी नीति ने चीन और पाकिस्तान को एकजुट करने का काम किया है और यह सबसे बड़ी चुनौती भारत के सामने है. राहुल ने कहा था कि चीन के पास एक क्लियर प्लान है और उसकी नींव डोकलम और लद्दाख में रखी है.
भारत ने चीन के विंटर ओलंपिक का राजनायिक बहिष्कार किया
भारत ने हाल ही में चीन के विंटर ओलंपिक का राजनायिक बहिष्कार करने का फैसला किया था, जिसका अमेरिका ने खुलकर स्वागत किया था. दरअसल, भारत ने पिछले साल आरआईसी (रूस, इंडिया, चीन) के विदेश मंत्रियों की बैठक में विंटर ओलंपिक को समर्थन देकर सबको चौंका दिया था, लेकिन चीन ने विंटर ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ झड़प में जख्मी चीनी सैनिक को मशालवाहक बनाने का निर्णय लिया. चीन के इस फैसले के बाद भारत को अपना फैसला बदलना पड़ा और उसने भी राजनयिक बहिष्कार की घोषणा कर दी. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार को बीजिंग विंटर ओलंपिक गेम में अतिथि बनकर पहुंचे, जबकि भारत अमेरिका के साथ बहिष्कार करने वाले देशों की पंक्ति में खड़ा हो है.