भारत में चीनी घुसपैठ को लेकर नया घमासान मच गया है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अरुणाचल की जमीन पर चीनी गांव के निर्माण को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का जवाब है कि जिस गांव पर निर्माण होने की बात राहुल गांधी कर रहे हैं वो तो 1959 से ही चीन के अवैध कब्जे में है.
अब सवाल उठ रहा है कि क्या चीन के अवैध कब्जे में मौजूद भारतीय क्षेत्र में चीन का निर्माण भारत सरकार की कमजोरी है? क्या इसे लेकर राहुल गांधी का सरकार से सवाल पूछना जायज नहीं? या फिर राहुल चीन के संवेदनशील मसले पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं?
क्या है मामला
अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबानसिरी जिले के इलाके में 1959 में चीन ने कब्जा किया था. तब वहां असम राइफल्स की पोस्ट हुआ करती थी. वहां चीन का कब्जा तब से बरकरार रहा, लेकिन निर्माण कार्य पिछले कुछ महीनों में ही हुआ है. अरुणाचल पर ये नया संग्राम ऐसे समय में हो रहा है, जब लद्दाख तनाव को लेकर पहले से आर-पार की राजनीति हो रही है.
असल में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 'मैं देश नहीं झुकने दूंगा' के तंज के साथ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अरुणाचल प्रदेश में चीनी गांव के निर्माण की खबर को साझा करके नया मोर्चा खोला है.
सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर तैयार रिपोर्ट्स के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबानसिरी जिले की सीमा में साढ़े 4 किलोमीटर अंदर तक 101 घर चीन ने बना लिए हैं.
सैटेलाइट तस्वीरें दिखा रही हैं कि सुबानसिरी के त्सारी चू गांव में जो निर्माण कार्य 1 नवंबर 2020 को नजर आ रहा है, वह 26 अगस्त 2019 को बिल्कुल नजर नहीं आ रहा है, न ही वहां ऐसी कोई गतिविधि है. यानी गांव में चीनी निर्माण की गतिविधि नई है.
जेपी नड्डा हमलावर
चीन के इस मसले पर राहुल आक्रामक हुए तो जवाब देने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सामने आ गए. क्योंकि जिस भारतीय गांव में चीन ने घर बना लिए हैं वो 1959 से चीन के ही अवैध कब्जे में है. जेपी नड्डा ने लिखा कि कब राहुल गांधी और कांग्रेस चीन पर झूठ बोलना बंद करेंगे? क्या वो इनकार कर सकते हैं कि अरुणाचल के जिस इलाके की वो बात कर रहे हैं, उसके समेत हजारों किलोमीटर इलाके को पंडित नेहरू ने चीनियों को तोहफे में दे दिया था.
जेपी नड्डा के हमलावर होने के बावजूद राहुल गांधी ने चीन के मसले पर मोदी सरकार को घेरने में संकोच नहीं किया. राहुल ने कहा कि चीन को जवाब देने से बात बनेगी, न कि हेडलाइन मैनेजमेंट से. राहुल गांधी ने कहा कि अगर भारत ने चीन को स्पष्ट जवाब नहीं दिया तो वह इसका लाभ उठाना चाहेगा. मैं इस मुद्दे को भारत सरकार तक पहुंचाता हूं.
राहुल को बोलने का हक नहीं- बीजेपी सांसद
बता दें कि पिछले साल मई से लद्दाख में चीन के साथ भारत के तनाव को लेकर राहुल गांधी पहले से मोदी सरकार को घेर रहे हैं. ऐसे में अब अरुणाचल में चीनी गांव बनने के मसले को लेकर नया घमासान शुरू हो गया है. अरुणाचल से सांसद तापिर गाओ ने कहा कि राहुल गांधी को सवाल नहीं पूछना चाहिए. पहले ये जवाब दो कि नेहरू से लेकर अबतक चीन कैसे भारत की सीमा में घुसा.
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तापिर गाओ ने कहा कि कांग्रेस की नीति थी कि मैकमोहन लाइन से 200/300 किलोमीटर तक कुछ निर्माण कार्य नहीं करना, नो लैंड्स मैन बना कर रखना इसी का फायदा उठाकर चीन ने 2 लेन रोड बना लिया. इसलिए राहुल गांधी को सवाल पूछने का अधिकार नहीं है. मोदी जी के राज में सीमा पर सड़के बन रही हैं यही फर्क है कांग्रेस और मोदी के राज में.
विदेश मंत्रालय बोला- स्थिति पर नजर
भारत में चीन की घुसपैठ को लेकर राजनीति शुरू हुई है, तो उधर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि देश की सुरक्षा के मद्देनजर हमारी हर एक गतिविधि पर नजर है और संप्रभुता और अखंडता को बचाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाते हैं.