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'आख़िरी पूर्ण बजट' में इनकम टैक्स और सब्सिडी पर बड़ा फैसला लेगी मोदी सरकार?: दिन भर, 22 नवंबर

अपने आखिरी पूर्ण बजट में क्या कुछ बड़ा करने की हिम्मत जुटाएगी मोदी सरकार? क़तर में इतना इंटरेस्ट क्यों ले रहा है चीन और चीन का भारी भरकम निवेश भारत के लिए कैसी ख़बर है? पंजाब में क्यों टारगेटेड किलिंग की घटनाएं बढ़ी हैं और इसके राजनीतिक कारण कौन से हैं और इंडिया-न्यूजीलैंड टी 20 सीरीज़ के हासिल क्या रहे, सुनिए आज के 'दिन भर' में कुलदीप मिश्र से.

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income tax slab
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मोदी सरकार इनकम टैक्स घटाएगी?

2022-23 के बजट की तैयारी शुरू हो गई है. 2024 चुनाव से पहले ये आख़िरी पूर्ण बजट होगा. जिसमें अब लगभग दो महीने ही बचे हैं. इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट के अलग अलग स्टेकहोल्डर्स से मशविरा कर रही हैं. कल उन्होंने इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सपर्ट्स से मुलाकात की और आज बारी थी एग्रीकल्चर इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की.

एक जानकारी सीआईआई यानी कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री की ओर से चलकर अखबारों में छपी. सीआईआई एक गैर-सरकारी संगठन है जो सरकार और कम्पनियों के बिजनेस एजेंडा के बीच एक तालमेल बिठाने की कोशिश करती है. सीआईआई ने सरकार को कई सुझाव दिए हैं बजट के लिए, जैसे PSUs के प्राइवेटाइज़ेशन, जीएसटी लॉ और उसके स्लैब को नरम करने की सलाह. लेकिन एक CII की एक जिस एक सलाह की सबसे ज़्यादा चर्चा है, वो है income Tax Rates को कम करने की मांग.

अगर सरकार उनकी बात मानती है तो करीब 5 करोड़, 83 लाख लोगों को फ़ायदा होगा. 2014 से अब तक इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है. हर बजट से पहले शगूफआ उठता है और आख़िर  में ढाक के तीन पात वाली कहानी रह जाती है. क्या इस बार ऐसे आसार हैं या पहले ही से चालू घाटे को मैनेज कर रही सरकार के लिए ये फैसला मुश्किल होगा? सरकार… सीआईआई के सुझावों को पहले मानती रही है क्या? क्योंकि एक ओर उन्होंने जीएसटी का जो 28 परसेंट वाला स्लैब है, उससे कुछ चीज़ों को हटाने की भी मांग की है, दूसरा फ्यूल और फर्टिलाइजर पर जो सब्सिडी दी जाती है, उसको कट करने की बात है. काफी बोल्ड सिफारिशें हैं, क्या सरकार इस तरह के बोल्ड डिसीजन लेने की स्थिति में है, सुनिए 'दिन भर' की पहली ख़बर में.

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अरब में चीन इतना एक्टिव क्यों

चीन को चौधरी बनना है, दुनिया का. इसके लिए वे जो कई प्रयास कर रहे हैं. उनमें से एक कर्ज है. जो वे गरीब देशों को पहले तो भरपेट देते हैं. पिछले एक दशक में छोटे और मझौले इनकम वाले देशों को जो उन्होंने कर्ज दिया, वो दस बरस में तीन गुना हो गया. दूसरी समझ है कि जब वे नहीं चुका पाते तो उनके रिसोर्सेज पर चीनी हुक़ूमत क्लेम कर देती है, कि भई पैसा नहीं चुकाया तो आपका माल हमारा. हालांकि, उनका इससे इनकार है. दूसरा उनका प्रयास होता है एक स्ट्रेटेजिकल बिजनेस पार्टनरशिप का, जो वो अलग अलग चैनल्स के ज़रिए करते रहते हैं.

कल एक ऐसी ही साझेदारी उन्होंने वेस्ट एशिया के देश क़तर के साथ की. 60 अरब डॉलर की ये डील है. जिसके तहत क़तर चीन को अगले 27 बरस तक नेचुरल गैस सप्लाई करेगा. इसे दुनिया की सबसे लंबी एलएनजी सप्लाई डील कहा जा रहा है. क़तर वही देश है जहां, अभी फुटबॉल वर्ल्ड कप हो रहा है, जिस पर हमास जैसे आतंकी संगठन को सपोर्ट करने के आरोप रहे हैं और जो अरब दुनिया का सबसे बड़ा न्यूज़ नेटवर्क अल जज़ीरा चलाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, फीफा वर्ल्ड कप में भी जो रिसोर्स, टेक्नोलॉजी इस्तेमाल हो रही है, उसमें भी चीनी मदद है. बात ये है कि कतर में चीन की मौजूदगी क्या अचानक है या लम्बे अरसे से चल रहा है और वर्ल्ड कप में उनका पैसा, इसी बीच नेचुरल गैस को लेकर एक ऐतिहासिक करार, इसे किस तरह देखना चाहिए, सुनिए 'दिन भर' की दूसरी ख़बर में.

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खालिस्तानी उभार के पीछे कौन?

'दिन भर' की तीसरी ख़बर में बात पंजाब की, जहां सत्ता संभालने के साथ ही आम आदमी पार्टी की सरकार लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर संघर्ष करती दिख रही है. बीते कुछ दिनों में, ख़ास तौर से नवंबर में वहां ग़ैर सिख समुदाय के लोगों पर हमले बढ़े हैं और इससे केंद्रीय गृह मंत्रालय के कान खड़े हो गए हैं. केंद्र ने चिट्ठी लिखकर पंजाब सरकार से सफाई मांगी है. मोदी सरकार ने भगवंत मान सरकार से कहा है कि वो जेल के अंदर से एक्टिव अपराधियों, अवैध हथियारों के इस्तेमाल और टारगेट किलिंग के ज़रिये सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिशों पर जवाब दें. साथ ही 'वारिस पंजाब दे' जैसे संगठनों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने और प्रो-खालिस्तान संगठनों पर नकेल कसने की बात भी कही गई है. 5-6 साल पहले भी पंजाब में इसी तरीके से टारगेट किलिंग में कई हिंदू नेताओं की जान चली गई थी. इनमें पंजाब प्रान्त के आरएसएस सह संचालक बिग्रेडियर जगदीश गगनेजा, संघ के ही एक और नेता रविंदर गोसाईं, शिव सेना नेता दुर्गा गुप्ता जैसे नाम शामिल थे. लेकिन अब जो एक बार फिर से टारगेट किलिंग का दौर शुरू हुआ है, उसके पीछे कौन है और क्या पंजाब में खालिस्तान समर्थित आतंकवाद को दोबारा जिंदा करने की कोशिश की जा रही है? और ये जो मामले बढ़ रहे हैं...या पहले भी जो ऐसी घटनाएं हुई हैं, उसके पीछे कोई राजनीतिक वजह भी है क्या?

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उमरान-सैमसन को मौक़ा कब मिलेगा?
 

आज क़तर में चल रहे फीफा विश्व कप में एक उलटफेर देखने को मिला. टूर्नामेंट जीतने की प्रबल दावेदार अर्जेंटीना को सऊदी अरब ने दो-एक से हरा दिया. 1990 के बाद से पहली बार ऐसा हुआ है कि अर्जेंटीना और टीम के कप्तान लायनेल मेस्सी फुटबॉल विश्व कप में अपना पहला ही मैच हार गए.

दूसरी खेल की ख़बर आई, न्यूज़ीलैंड के नेपियर से, जहां तीसरा टी-20 मैच बारिश की बाधा की वजह से टाई हो गया और भारत ने सीरीज़ 1-0 से जीत ली. न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की 160 रन पर ऑल आउट हो गई. मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह ने 4-4 विकेट झटके. जवाब में इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 21 के स्कोर पर ही 3 विकेट गिर गए. फिर सूर्यकुमार यादव के साथ मिलकर कप्तान हार्दिक पंड्या ने पारी को संभाला और स्कोर को 60 रन तक ले गए. इसके बाद सूर्या भी पवेलियन लौट आये. मैच रोमांचक हो रहा था, लेकिन तभी बारिश आ गई और मैच पर पानी फेर दिया. खेल रुकने के वक़्त इंडिया का स्कोर 75 रन था, जो कि डकवर्थ लुइस मेथड के हिसाब से जीत के लिए पर्याप्त स्कोर से एक रन कम था और इसलिए ये मैच टाई पर छूट गया. सीरीज में इंडियन टीम को बढ़त हासिल थी तो कप हार्दिक पंड्या की टीम को सौंपा गया. सिराज मैन ऑफ़ द मैच और सूर्य कुमार यादव मैन ऑफ़ द सीरीज घोषित किए गए. तो इस सीरीज के हासिल, प्लेइंग एलेवेन के एक्वेशन और टीम इंडिया के एप्रोच पर बातचीत, सुनिए 'दिन भर' के आख़िर में.
 

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