देश में 30 अक्टूबर को 3 लोकसभा और 29 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए थे. अब आज उसी उपचुनाव के नतीजे आने जा रहे हैं. जीतने के दावे हर पार्टी की तरफ से किए जा रहे हैं, लेकिन असल नतीजे कुछ समय में साफ होने शुरू हो जाएंगे.
3 लोकसभा और 29 विधानसभा का फैसला आज
जानकारी के लिए बता दें कि 30 अक्टूबर को 3 लोकसभा सीटों पर वोट पड़े थे. वो सीटे थीं- दादरा व नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश की मंडी और मध्य प्रदेश की खंडवा. इसके अलावा जिन 29 विधानसभा सीटों पर वोट पड़े थे वो थीं- असम की पांच, बंगाल की चार, एमपी, मेघालय और हिमाचल की तीन-तीन, राजस्थान, बिहार और कर्नाटक की दो-दो, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम और तेलंगाना की एक-एक सीट.
अब सबसे दिलचस्प मुकाबला मध्य प्रदेश और बिहार में देखने को मिल रहा है क्योंकि इन दोनों ही राज्यों में जमकर प्रचार किया गया था. ऐसा प्रचार जहां पर क्या सीएम, क्या मंत्री, सभी ने हिस्सा भी लिया और कई जनसभाओं को संबोधित किया.
मध्य प्रदेश में कड़ा मुकाबला
मध्य प्रदेश में चुनावी सरगर्मी इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि खुद सीएम शिवराज ने 20 से ज्यादा जनसभाओं को संबोधित किया. इतनी मेहनत एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों के लिए की गई थी. वर्तमान में इन कुल चार सीटों में से 2 बीजेपी और 2 ही कांग्रेस के पास मौजूद हैं. अब इस नतीजे का शिवराज सरकार के कामकाज पर ज्यादा असर नहीं पड़ने वाला है लेकिन क्योंकि सीएम ने खुद इतना प्रचार किया है, ऐसे में बीजेपी ने इसे आत्म सम्मान की लड़ाई बना लिया है. कांग्रेस भी राज्य में अपनी वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है.
राजस्थान में सरगर्मी तेज
आज राजस्थान का भी फैसला आने वाला है. राज्य की वल्लभनगर (उदयपुर) और धरियावद (प्रतापगढ़) विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई थी. भाजपा ने वल्लभनगर से हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला कांग्रेस नेता गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत से है. धरियावद सीट से बीजेपी ने खेत सिंह मीणा को अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं कांग्रेस ने उनके टक्कर में पूर्व विधायक नगराज मीणा को खड़ा किया है.
अब सीएम गहलोत इस उपचुनाव को ही अपना बड़ा टेस्ट मान रहे हैं. वे ये दोनों सीट जीत हाईकमान का अपने ऊपर भरोसा और ज्यादा मजबूत करना चाहते हैं.
लालू की एंट्री ने बिहार चुनाव को बनाया दिलचस्प
बिहार की दो सीटें- कुशेश्वरस्थान और तारापुर की किस्मत भी आज तय हो जाएगी. लालू प्रसाद यादव की एंट्री के बाद से ये उपचुनाव भी काफी सुर्खियों में रहा और क्योंकि दोनों जेडीयू और आरजेडी ने इसे अपने वर्चस्व से जोड़ लिया है, ऐसे में मुकाबला ज्यादा कड़ा माना जा रहा है. कुशेश्वरस्थान सीट से आरजेडी ने गणेश भारती को उतारा है, वहीं जेडीयू की तरफ से आनंद भूषण हजारी मैदान में उतरे हैं. महागठबंधन का हिस्सा चल रही कांग्रेस ने भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतार रखा है. वहीं तारापुर सीट के लिए जेडीयू ने राजीव कुमार सिंह पर दांव चला है, तो दूसरी तरफ आरजेडी ने अरुण कुमार साह पर अपना भरोसा जताया है.
कांग्रेस के लिहाज से भी ये उपचुनाव काफी मायने रखने वाले हैं. महागठबंधन से लड़ाई कर कांग्रेस ने कुशेश्वरस्थान सीट पर अपना उम्मीदवार भी उतार रखा है. ऐसे में कांग्रेस की आगे की रणनीति इस चुनाव पर निर्भर करने वाली है.
बंगाल में किसका खेला?
पश्चिम बंगाल की भी चार विधानसभा सीटों के आज नतीजे आने वाले हैं. वो सीटे हैं- दिनहटा, शांतिपुर, खरदा और गोसाबा. सभी सीटों पर बीजेपी और टीएमसी के बीच सीधा मुकाबला है. वहीं प्रतिष्ठा की बात करें तो टीएमसी किसी भी कीमत में दिनहटा सीट फिर जीतना चाहती है तो वहीं बीजेपी भी शांतिपुर सीट पर अपनी जीत की उम्मीद लगाए बैठी है.
इन राज्यों के अलावा असम, हरियाणा और हिमाचल में भी कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. वैसे जिन 13 राज्यों में ये उपचुनाव हुआ है, इसमें कुल 9 सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस का कब्जा है, वहीं आधा दर्जन सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.