असम में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे 18 बांग्लादेशी नागरिकों को शनिवार तड़के भारत-बांग्लादेश सीमा से ‘पुशबैक’ कर वापस भेजा गया. इस कार्रवाई की जानकारी स्वयं मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दी है.
मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, 'अरे देखो कौन अपने घर वापस जा रहा है? असम में हम अतिथियों का स्वागत खुले दिल से करते हैं, लेकिन जो लोग अवैध रूप से अपनी मौजूदगी को बढ़ाने की कोशिश करते हैं, उनके लिए हमारे पास विशेष ‘पुशबैक’ का इंतज़ाम होता है.'
यह भी पढ़ें: असम: बायोप्सी के नाम पर डॉक्टर ने बिन बताए मरीज का काटा प्राइवेट पार्ट, केस दर्ज
उन्होंने बताया कि शनिवार तड़के कछार और श्रीभूमि जिलों से कुल 18 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को ‘पुशबैक’ किया गया. मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि असम पुलिस अवैध प्रवासियों, विशेष रूप से बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चला रही है. ये वे लोग हैं जो बिना किसी वैध दस्तावेजों के राज्य में वर्षों से रह रहे हैं.
सरमा ने पहले ही घोषणा की थी कि बीते एक महीने में करीब 330 अवैध प्रवासियों को असम से वापस भेजा गया है और आगे भी इस दिशा में कार्रवाई जारी रहेगी. सरकार का कहना है कि यह अभियान राज्य की सुरक्षा और जनसांख्यिकीय संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक है.