किसान आंदोलन का आज 25वां दिन है. इस बीच सरकार ने किसान आंदोलन में शामिल संगठनों की विदेशी फंडिंग की जांच शुरू कर दी है. भारतीय किसान यूनियन (एकता-उग्राहन) का दावा है कि सरकार संगठन के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है. सरकार ने संगठन के खाते वाले बैंकों से विदेशी धनराशि की जानकारी मांगी है.
एक बैंक अधिकारी ने महासचिव सुखदेव सिंह को बताया था कि उन्हें विदेशी मुद्रा विभाग से एक ईमेल प्राप्त हुआ है, जो विदेश से प्राप्त होने वाले दान के संबंध में पंजीकरण विवरण मांग रहा है. पिछले दो महीनों में संगठन को देश के भीतर और बाहर से करीब 8 लाख रुपये मिले हैं. बता दें कि विदेशी चंदे के लिए किसी भी संगठन को FCRA के तहत रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन (एकता-उग्राहन) उन संगठनों में से एक है जो तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि पिछले 2 महीनों में संगठन को देश के भीतर और बाहर लगभग 8 लाख रुपये मिले हैं. विदेशी निधियों को प्राप्त करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार संगठन को विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम के तहत पंजीकृत होना चाहिए.
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बीकेयू (एकता-उगराहन) ने अपने वकीलों से संपर्क करके एक प्रतिक्रिया का मसौदा तैयार करने के लिए कहा है, अगर उन्हें विदेशी फंडों के लिए सरकारी एजेंसियों से सीधे कोई समन मिलता है.