सोमवार, 9 दिसंबर को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने सूबे में नई बाबरी मस्जिद बनाए जाने का दावा किया. इसके बाद सियासी गलियारों में एक बार फिर अयोध्या की बाबरी मस्जिद को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं, जिसे 6 दिसंबर 1992 को ढहा दिया गया था. टीएमसी विधायक के बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, "हमारी जो बाबरी मस्जिद वहां (अयोध्या) में थी, वो मामला अलग है लेकिन अगर कोई नई मस्जिद बनाना चाहते हैं, तो बना सकते हैं."
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश और देश के अंदर सभी मजहब के लोगों को रहने के लिए, अपनी मर्जी से धर्म अपनाने और धार्मिक स्थल बनाने का अधिकार है. हम इस बात के लिए उनका इस्तकबाल करते हैं.
एसपी सांसद ने कहा, "जहां तक बाबरी मस्जिद की बात है, वो बाबर के द्वारा बनवाई गई थी, इसलिए उसका नाम 'बाबरी मस्जिद' रखा गया था. नई मस्जिद का नाम चाहें तो उनके नाम पर रख सकते हैं, या फिर किसी दूसरे के नाम पर रख सकते हैं."
'मस्जिद, जरूरत के हिसाब से...'
'क्या आपको लगता है कि नई बाबरी मस्जिद बनाने का वक्त आ गया है?' इस सवाल का जवाब देते हुए जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, "मस्जिद बनाने का कोई समय नहीं है, कभी भी बना सकते हैं. जरूरत के हिसाब से जब आप महसूस करें."
जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, "मान लीजिए किसी जगह पर मस्जिद नहीं है लेकिन वहां पर मुस्लिम समाज के लोगों की तादाद ज्यादा है या कोई मस्जिद है और तादाद बढ़ गई है, तो जरूरत के हिसाब से बना सकते हैं."
उन्होंने आगे कहा कि हम लोग दिखावे के लिए, दूसरे धर्म के लोगों को जलाने के लिए मस्जिद नहीं बनाना चाहते हैं. जहां जरूरत है, वहां पर मस्जिद बननी चाहिए, इसमें कोई बुरी बात भी नहीं है.
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TMC विधायक ने क्या कहा था?
टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने पश्चिम बंगाल में नई बाबरी मस्जिद बनाए जाने का ऐलान करते हुए कहा, "मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में नई बाबरी मस्जिद बनायी जाएगी. 6 दिसंबर 2025 से पहले ही बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की स्थापना का काम शुरू हो जाएगा."
उन्होंने आगे कहा, पश्चिम बंगाल में 34 फीसदी मुसलमान हैं, उनकी जो भावना और पश्चिम बंगाल में सिर ऊंचा कर जीने की तमन्ना और अधिकार हैं उसके लिए मैं यहां से एक प्रस्ताव रखना चाहता हूं. रुपयों का कोई अभाव नहीं होगा. बेलडांगा और बहरामपुर इलाके में जितने मदरसे हैं, सभी के प्रेसिडेंट और सेक्रेटरी को मिलाकर 100 या उससे कुछ ज्यादा लोगों की एक बाबरी मस्जिद ट्रस्ट बनाई जाएगी. इस ट्रस्ट की तरफ से 6 दिसंबर 2025 के पहले इसी बेलडागा इलाके में 2 एकड़ जमीन में बाबरी मस्जिद की स्थापना करेंगे.
'मैं करोड़ रुपए दान दूंगा'
टीएमसी विधायक ने कहा, "बंगाल के मुसलमान सिर ऊंचा कर सारे देश को दिखाएंगे कि जिस बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया था, उसकी मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में स्थापना की गई है. मैं खुद एक करोड़ रुपया दान करूंगा. मैं कहना चाहता हूं कि आने वाले 6 दिसंबर 2025 तक बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की स्थापना का काम शुरू हो जाएगा."