हैदराबाद से सांसद और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्राइवेसी के मसले पर बड़ा फैसला लिया है. आने वाले संसद के सत्र में ओवैसी एक प्राइवेट मेंबर बिल लाने की तैयारी में हैं, जिसमें चेहरे की पहचान और रिमोट बायोमेट्रिक सर्विलांस पर बैन लगाने की मांग की जाएगी.
असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्राइवेसी मौलिक अधिकार है. AIMIM सांसद बोले कि ऐसे में अगर हमारी जानकारी को बिना हमारी जानकारी के इस्तेमाल किया जाता है, तो ये संविधान का उल्लंघन होगा. यही कारण है कि मैं इस तरह का बिल ला रहा हूं.
हैदराबाद सांसद ने कहा कि इस तरह की तकनीक का पूरा बेस सिर्फ डाटाबेस पर आधारित है, ऐसे में ये सही तरीका नहीं हो सकता है. ओवैसी ने मांग की है कि इस वक्त देश में एक डाटा प्रोटेक्शन बिल की जरूरत है. लेकिन इस सबके बावजूद केंद्र सरकार ने एक कमजोर बिल देश के सामने रखा है.
आपको बता दें कि इससे पहले भी विपक्ष के कई नेताओं द्वारा एक मजबूत डाटा प्रोटेक्शन की मांग की जाती रही है, ताकि प्राइवेसी को लेकर चिंता ना हो. हाल ही के वक्त में जब केंद्र की ओर से आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च की गई थी, तब भी प्राइवेसी को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए गए थे.
इसके अलावा हाल ही में जिस तरह से फेसबुक का विवाद सामने आया है, उसको लेकर भी लगातार सरकार के रवैये पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. ऐसे में आने वाले संसद के सत्र में इन मसलों को लेकर विवाद दिख सकता है.