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ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं करेंगी भारतीय सेना, जानें क्यों लगाई गई रोक

भारतीय तटरक्षक बल के साथ ही सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा ALH हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन हाल ही घटना को देखते हुए अब रक्षा बलों ने बड़ा फैसला किया है. शीर्ष रक्षा बलों के सूत्रों ने आजतक/इंडिया टुडे को बताया कि मुंबई तट पर एएलएच के दुर्घटना होने की जांच होने तक और एहतियाती तौर पर इन हेलीकॉप्टरों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है.

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भारतीय नौसेना का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) दुर्घटनाग्रस्त हो गया था
भारतीय नौसेना का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) दुर्घटनाग्रस्त हो गया था

दो दिन पहले भारतीय नौसेना का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. जिसके चलते अब रक्षा बलों ने जांच रिपोर्ट आने तक एएलएच ध्रुव हेलिकॉप्टरों के पूरे बेड़े का परिचालन बंद कर दिया है. दरअसल, भारतीय तटरक्षक बल के साथ ही सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा ALH हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन हाल ही घटना को देखते हुए अब रक्षा बलों ने बड़ा फैसला किया है. 

शीर्ष रक्षा बलों के सूत्रों ने आजतक/इंडिया टुडे को बताया कि मुंबई तट पर एएलएच के दुर्घटना होने की जांच होने तक और एहतियाती तौर पर इन हेलीकॉप्टरों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है.

एचएएल के अधिकारियों ने बताया, "कंपनी ने ऐहतियात के तौर पर पहले ही कदम उठा लिए हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए ग्राहकों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है ताकि हेलीकॉप्टरों का संचालन फिर से किया जा सके."

एचएएल बेंगलुरु में निर्मित स्वदेशी हेलीकॉप्टरों का निर्माता है. रक्षा अधिकारियों ने कहा कि वे जल्द ही एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर फिर से शुरू करने को लेकर काम कर रहे हैं. 

बता दें कि बुधवार को मुंबई से भारतीय नौसेना के एएलएच ध्रुव ने मिशन के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन अचानक से उसमें बिजली की सप्लाई ठप हो गई और हेलीकॉप्टर नीचे गिरने लगा. जिसके बाद पायलट को पानी में ही हेलीकॉप्टर की आपात लेंडिंग करानी पड़ी. गनीमत रही कि इसमें सवार तीनों जवान सुरक्षित बाहर निकल गए. 

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गौरतलब है कि ध्रुव हेलिकॉप्टर को दो पायलट उड़ाते हैं. इसमें 12 जवान बैठ सकते हैं. इसकी लंबाई 52.1 फीट और ऊंचाई 16.4 फीट है. ध्रुव हेलीकॉप्टर की अधिकतम गति 291 किमी प्रति घंटा है. यह एक बार में 630 किमी तक उड़ान भर सकता है. अधिकतम 20 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. इसमें किसी तरह का हथियार फिलहाल नहीं लगाया गया है. लेकिन इसके ही प्लेटफॉर्म पर लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर बनाया गया है, जो हमलावर हेलिकॉप्टर है.

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