दिल्ली में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका तब लगा जब 15 पार्षदों ने पार्टी से अलग होकर एक अलग पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया. अब AAP का कहना है कि मेयर चुनाव के बाद से ही बीजेपी द्वारा आम आदमी पार्टी के पार्षदों को खरीदने की कोशिशें तेज हो गई थीं. हर एक पार्षद को 5 करोड़ रुपये तक का ऑफर दिया गया ताकि वे बीजेपी में शामिल होकर बीजेपी के पक्ष में वोट दें.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी के पास एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी या वार्ड कमेटी बनाने के लिए पर्याप्त बहुमत नहीं है. इसलिए पार्टी इस तरह के गैरकानूनी तरीके अपना रही है. पार्टी की प्रियंका कक्कर का कहना है कि मेयर चुनाव के दौरान ही भाजपा की इन घुसपैठ की कोशिशों को आम आदमी पार्टी ने सार्वजनिक किया था.
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AAP प्रवक्ता ने कहा कि इसके बाद अब भाजपा यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि जिस पार्टी के नेता जा रहे हैं, वे किसी दूसरी पार्टी के सदस्य हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि पूरे मामले में भाजपा की भूमिका शुरू से अंत तक स्पष्ट है. भविष्य में इस साजिश का सच आसानी से सामने आएगा.
AAP के 15 पार्षदों ने बनाई अपनी पार्टी
मसलन, शनिवार को 15 पार्षदों ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देकर अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. इस नए दल का नाम 'इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी' रखा गया है. इस नए गुट का नेतृत्व मुकेश गोयल कर रहे हैं. वे पहले भी आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता रहे हैं और विधानसभा चुनाव में आदर्श नगर सीट से पार्टी उम्मीदवार भी बने थे. उनके साथ हेमचंद गोयल सहित कई अन्य नेता भी हैं.
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15 पार्षदों के साथ होने का दावा!
इन सभी नेताओं ने पहले कांग्रेस पार्टी में रहकर राजनीति की थी. कई नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. अब मुंबई निगम में इस नए गुट के बन जाने से आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. नई पार्टी के स्थापित नेताओं का दावा है कि उनके साथ कुल 15 पार्षद हैं. इस विकास से एमसीडी के राजनीतिक समीकरणों में काफी हलचल आने की संभावना है.