संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद बुलाया है. दरअसल, 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में हुआ महापंचायत के दौरान भारत बंद का ऐलान किया गया था. बताया जा रहा है कि कृषि कानूनों को रद्द करने और महंगाई समेत तमाम मुद्दों को लेकर ये बंद बुलाया गया है. दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने इस बंद को समर्थन देने का ऐलान किया है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में इस बंद के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. मोर्चा के मुताबिक, पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई व्यापर मंडल, टेंपो एसोसिएशन, वकील संगठनों ने इस बंद को समर्थन देने का ऐलान किया है.
कई जिलों में बनाई गईं टीमें
संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य आशीष मित्तल ने बताया कि भारत बंद पर अमल के लिए कई जिलों में टीमों का गठन किया गया है. भारत बंद में तमाम संगठनों के साथ छात्र और युवा भी शामिल हो रहे हैं. इसके साथ ही संयुक्त मोर्चा ने राजनीतिक पार्टियों से बंद को समर्थन देने की अपील की है.
किसान मोर्चा ने कहा, जो कृषि कानूनों के खिलाफ हैं, बिजली विधेयक 2021 को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं, एमएसपी के कानूनी अधिकार के लिए किसानों की मांग का समर्थन करते हैं, उन्हें आगे आकर इस बंद का समर्थन करना चाहिए. ना कि मौन समर्थन देना है.
आप ने किया बंद को समर्थन देने का ऐलान
आप ने कहा, वे किसानों के भारत बंद का समर्थन करेंगे. आप ने कहा, सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस 'अन्नदाता' की आवाज को दबाने के लिए तानाशाही रवैया अपना रही हैं. ऐसी दमनकारी नीति की कीमत भाजपा को चुकानी पड़ेगी.