scorecardresearch
 

आज का दिन: क्या कर्नाटक में बची रहेगी सीएम येदियुरप्पा की कुर्सी?

बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से पत्रकारों ने पूछा कि क्या कर्नाटक में राजनीतिक संकट बना हुआ है?...लेकिन जवाब में उन्होंने इस बात से इनकार किया और मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की तारीफ की. उन्होंने कहा कि 'येदियुरप्पा ने अच्छा काम किया है.'

Advertisement
X
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (फाइल फोटो-PTI)
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (फाइल फोटो-PTI)

कर्नाटक में बी. एस. येदियुरप्पा की सरकार रहेगी या नहीं रहेगी ये आज पता चल जाएगा. खुद येदियुरप्पा ने कल ये बात कही. एक लंबे अरसे से चर्चाएं चल रही हैं कि उन्हें अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ सकता है. इस सब के बीच कल ही बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से पत्रकारों ने पूछा कि क्या कर्नाटक में राजनीतिक संकट बना हुआ है?...लेकिन जवाब में उन्होंने इस बात से इनकार किया और मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की तारीफ की. उन्होंने कहा कि  'येदियुरप्पा ने अच्छा काम किया है. कर्नाटक अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और येदियुरप्पा अपने तरीके से चीजें संभाल रहे हैं.' तो क्या ये संकेत है कि आलाकमान येदियुरप्पा के नेतृत्व को लेकर ख़ुश है और उनके इस्तीफ़े चर्चाएं महज़ अटकलें हैं. और बीएस येदियुरप्पा बीजेपी के लिए इतने इंपोर्टेंट क्यों है. उनको लेकर आलाकमान कोई फै़सला क्यों नहीं ले पा रहा है? आगे उनकी जगह कर्नाटक में कौन ले सकता है? किन नामों पर चर्चाएं ज़्यादा हो रही है?


पिछले हफ़्ते की ही बात है जब चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया एन वी रमणा ने कहा था कि अंग्रेज़ों के ज़माने से चला आ रहा सेडिशन यानि राजद्रोह का क़ानून 75 साल बाद भी इस्तेमाल में आ रहा है. चीफ़ जस्टिस के इस बयान के बाद सेडिशन पर बहस फिर ताज़ा हो गई लेकिन अब भी ये बहस जारी ही है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट के चार रिटायर जज जिसमें जस्टिस आलम, दीपक गुप्ता, मदन बी लोकुर और गोपाल गौड़ा ने मिलकर एक वेबिनार में भाग लिया जहां सेडिशन, UAPA जैसे मुद्दों पर चर्चा की. वेबिनार का टॉपिक था- लोकतंत्र, असहमति और कठोर क़ानून- क्या UAPA और राजद्रोह क़ानून की किताबों में जगह देनी चाहिए? यहां इन जजों के साथ कई एक्टिविस्ट भी शामिल थे. अब इस वेबिनार में किन मुद्दों पर बात हुई, किन केसेस का ज़िक्र किया गया और इनके समाधानों पर क्या कहा गया?

Advertisement

क्या आपको कुछ ऐसे कॉल्स या मैसेज आते हैं जो दावा करते हैं कि फलाने लकी ड्रॉ में आप 25 लाख रुपए जीत चुके हैं, अगर नहीं भी आए हो तो आपने जामताड़ा नाम से एक वेबसीरीज़ देखी होगी, जो उन कहानियों पर आधारित है जिसमें साइबर फ्रॉड्ज़ को फिल्माया गया है. अब मैं इन सबका ज़िक्र इसलिए कर रहा हूं क्योंकि इन साइबर फ्रॉड्स  को लेकर एक सर्वे आया है जो माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने किया है. सर्वे बताता है कि भारत में सबसे ज़्यादा टेक सपोर्ट स्कैम होते हैं. 10 में से हर 7 भारतीय इन फ्रॉड्स का शिकार होता है. दुनियाभर के 16 देशों के 16 हज़ार 254 एडल्ट इंटरनेट यूज़र्स पर ये सर्वे किया गया है. तो इस तरह के कितने फ्रॉड्स भारत में हुए हैं और किस तरह के हुए हैं?

रविवार को टोक्यो ओलंपिक का तीसरा दिन था, हालांकि भारत को कुछ ख़ास जीत तो नहीं मिली. फिर भी भारत ने पुरुषों की नौकायन लाइटवेट डबलस्कल्स स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाई, इसके साथ ही पीवी सिंधु और मैरी कॉम ने भी जीत से शुरूआत की. हालांकि फाइनल मुकाबला अब भी बाक़ी है. हमें टेनिस, जिम्नास्ट, हॉकी और निशानेबाजी जैसे कई बड़े इवेंट्स में हार का सामना भी करना पड़ा है. ऐसे में सवाल ये है कि बड़े हार का कारण क्या रहा?  निशानेबाजी में निराशा हार लगी जबकि मनु भाकर से ही सबसे ज़्यादा उम्मीदें थी. तो ऐसे में चूक कहां हुई? और क्या कुछ और भी उम्मीदें बची है निशानेबाजी से? ऑस्ट्रेलिया से पूल ए में एकतरफा मुकाबले में क्यों हार गई भारतीय पुरुष हॉकी टीम?

Advertisement

इन सब ख़बरों पर विस्तार से बात के अलावा हेडलाइंस और आज के दिन की इतिहास में अहमियत सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.

26 जुलाई 2021 का 'आज का दिन' सुनने के लिए यहां क्लिक करें.

 

Advertisement
Advertisement