आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में आज सुनेंगे पाकिस्तान में 11 चीनी इंजीनियरों की मौत के बाद चीन और पाकिस्तान के रिश्ते किस तरह बदल रहे हैं? और ये ख़बर भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है? मध्य प्रदेश सिविल सेवाएं (फरलो) योजना 2002 क्या है और क्या हैं इसके नियम और शर्ते? दिल्ली के जंतर-मंतर में लगी किसानों की ‘संसद’ में क्या बात हुई? और कहां तक पहुंची सरकार और किसानों के बीच की बातचीत?
आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियाँ और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर जमशेद क़मर सिद्दीक़ी किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं।
1. नाज़ुक मोड़ पर पाकिस्तान-चीन के रिश्ते
कुछ दिन पहले की ही बात है। पाकिस्तान में दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था। इसी बीच एक बस में सवार होकर 13 लोग आ रहे थे जिनमें 9 चीनी इंजीनियर थे। तभी कथित तौर पर रास्ते में अचानक बस में धमाका हो गया, वो नहर में गिरी और सभी यात्री मारे गए। और इस घटना का असर ये हुआ कि पाकिस्तान का सबसे क़रीबी दोस्त चीन उससे नाराज़ है। ये नाराज़गी छोटी-मोटी नहीं है, चीन ने अब इस घटना के बाद कड़ा ऐक्शन लेते हुए पाकिस्तान में अपने कई प्रोजेक्ट्स पर काम रोक दिया है। बीजिंग की ओर से बेल्ट ऐंड रोड प्रोजेक्ट पर काम को लेकर बनाई गयी हाई लेवल कमिटी की बैठकों को स्थगित कर दिया है। अरबों डॉलर की लागत से बन रहा प्रोजेक्ट भी फिलहाल खटाई में पड़ता दिख रहा है। इस ख़बर का असर पाकिस्तान और चीन के रिश्ते पर किस तरह होता दिख रहा है और ये ख़बर भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है, बता रहे हैं विदेश मामलों के जानकार और ऑब्ज़र्वर रिसर्च फ़ाउंडेशन दिल्ली में प्रोफ़ेसर हर्ष पंत
2. मध्य प्रदेश सरकार की फरलो योजना
मध्य प्रदेश सरकार के कर्मचारी DA और सातवें वेतनमान के इंक्रीमेंट को लेकर आंदोलन पर उतर आए हैं। प्रदेशभर में ज्ञापन दिए जा रहे हैं। मंत्रालय के कर्मचारियों ने 1 दिन की हड़ताल का ऐलान कर दिया है। जल्द ही पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ कर्मचारियों की लामबंदी नजर आएगी। इस संकट से निपटने के लिए वित्त विभाग ने मुख्यमंत्री को एक सुझाव दिया है और इस सुझाव का नाम है ' मध्य प्रदेश सिविल सेवाएं (फरलो) योजना 2002' इसके तहत कोई भी कर्मचारी - कम से कम 3 और अधिकतम 5 साल के लिए छुट्टी पर जा सकता है। छुट्टी के दौरान उसे 50% सैलरी मिलेगी। छुट्टी के दौरान वह प्राइवेट जॉब कर सकता है या फिर अपना बिजनेस कर सकता है। और कौन-कौन से प्रावधान हैं इसमें और इसे मौजूदा वक्त में लाने की ज़रूरत क्यों महसूस हो रही है, इस बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं आजतक रेडियो रिपोर्टर रवीश पाल सिंह
3. संसद क्यों हुई स्थगित?
कल यानि 22 जुलाई भारत में एक ऐसा दिन था जब देश में दो संसद चलीं। एक तो संसद वो जिसे लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है वहां मानसून सत्र चल रहा था, दूसरी तरफ इस संसद भवन से क़रीब 2 किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर कृषि कानूनों के विरोध में 200 किसानों का जत्थे ने किसान संसद लगाई। किसानों की ये संसद 9 अगस्त तक रोज़ इसी तरह लगेगी जिसकी शुरुआत कल से कर दी गई। हालांकि किसानों की संसद तो शांतिपूर्ण रही लेकिन कल पार्लियामेंट के दोनों सदनों में खूब हंगामा हुआ। राज्यसभा में संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव जासूसी कांड पर सरकार का पक्ष रखने आए तो उनके संबोधन के चंद मिनटों के बाद ही विपक्षी दलों के नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. वहीं, लोकसभा में कल दो बिल जैसे तैसे करके पेश हुए, लेकिन हंगामे के चलते पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई. लल्लनटॉप के हमारे साथी विकास कुमार से तफ़्सील से बता रहे हैं कि कल संसद में क्या-क्या हुआ?
4. एमएम नरवणे का इटली दौरा
कुछ दिनों पहले भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे इटली के दो दिन के दौरे पर गए हुए थे। ये दौरा कई मायनों में ख़ास था। यहां उन्होंने जाने माने शहर कैसिनो में इटली की आजादी के लिए शहादत देने वाले भारतीय सैनिकों की याद में बनाए गए स्मारक का उद्घाटन किया और इसके बाद दूसरे विश्व युद्ध के दौरान शहीद होने वाले 5,782 भारतीय सैनिकों को राष्ट्रमंडल कब्रिस्तान में श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम भी था। लेकिन एमएम नरवणे का इटली जाना किसी और वजह से भी ख़ास रहा। दरअसल इटली से उनकी बहुत खास यादें भी जुड़ी है और उसके पीछे एक किस्सा भी है। तो क्या है वो क़िस्सा? सुना रहे हैं इंडिया टुडे में डिफेंस से जुड़ी ख़बरों के जानकर संदीप उन्नीथन
इसके अलावा आज के पॉडकास्ट में सुनिए कि आज की तारीख़ में पहले क्या घट चुका है और साथ ही देश-विदेश के अख़बारों की सुर्ख़ियाँ भी, जिन्हें लेकर आए हैं प्रतीक वाघमारे.