'आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में आज हम चर्चा करेंगे कि अब जनरल बिपिन रावत को किसे मिल सकता है सीडीएस का पद? और क्या ओमिक्रॉन पर बेअसर हो जाएंगी वैक्सीन? साथ ही चर्चा होगी कि क्या क्या जम्मू-कश्मीर में मार्च में चुनाव हो पाएंगे? इसके अलावा बात करेंगे रोहित शर्मा को क्यों मिली वनडे की कप्तानी और कैसे ही अफ्रीका दौरे के लिए चुनी गई टीम?
आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियाँ और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं?
1. बिपिन रावत की जिम्मेदारी अब कौन निभाएगा?
तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में कल जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया. बिपिन रावत भले ही अब हमारे बीच ना हो लेकिन वो अपने पीछे एक विरासत छोड़ कर गए हैं. साल 1978 में जनरल रावत भारतीय सेना में शामिल हुए थे. 17 दिसंबर 2016 को उन्होंने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ का पद संभाला था और 1 जनवरी 2020 को वो देश के पहले सीडीएस यानी कि Chief of defence staff चुने गए थे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज सदन में कल हुए कल हुई इस घटना पर विस्तार से जानकारी देंगे. लेकिन कल बिपिन रावत के निधन के तुरंत बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CCS यानी कि Cabinet Committee on Security की बैठक बुलाई थी जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कमेटी के सदस्य शामिल थे. तो कल की हुई मीटिंग में किस बात पर चर्चा हुई?
और बिपिन रावत आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के बीच बेहतर कोऑर्डिनेशन बनाने के लिए इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड की योजना पर काम रहे थे जिसको लेकर 1 नवंबर को तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उनकी बैठक भी हुई थी. इसके साथ ही वो आर्मी के हथियारों को अपग्रेड करने के लिए स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप मॉडल पर काम कर रहे थे. और चीन के साथ चल रहे बॉर्डर कॉन्फ्लिक्ट में भी वो एक अहम किरदार निभा रहे थे. लेकिन अब उनके निधन के बाद इन तमाम विषयों को किस तरह अब आगे बढ़ाया जाएगा? उनकी ज़िम्मेदारी किसे दी जाएगी?
2. भारत में बच्चों की वैक्सीन को लेकर क्या हो रहा?
लगभग दो महीने पहले कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से दूनिया रू-ब-रू हुई, जिसके बाद से ही तमाम देश अलर्ट हैं. कई देशों ने विदेशों से आने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया है साथ ही टेस्टिंग और वैक्सीनेशन की स्पीड भी बढ़ा दी है. अब इसी बीच Africa Health Research Institute की एक स्टडी सामने आई है जिसके मुताबिक ओमीक्रॉन वेरिएंट पर फाईजर वैक्सीन कम प्रभावी हो सकती है. दूसरी तरफ वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि ओमीक्रान वेरिएंट से बच्चों और अनवैक्सीनेटेड लोगों में इंफेक्शन का खतरा सबसे ज्यादा है. साउथ अफ्रीका में ओमीक्रान के मामले बच्चों में बढ़ रहे हैं. रिपोर्ट्स बताती हैं कि वहां इस वैरिएंट से अधिक बच्चे संक्रमित हो रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका के एनआइसीडी यानी कि नेशनल इंस्टीट्यूट फार कम्युनिकेबल डिजीज में पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट वसीला जसत ने भी कहा कि ओमीक्रॉन से पांच साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की दर में इज़ाफा हुआ है. तो अब बच्चों का ओमीक्रॉन से प्रभावित होना एक बड़ी चिंता है क्योकिं भारत में अभी तक बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगनी शुरू नहीं हुई है. तो अब इसे देखते हुए भारत में क्या स्टेप्स उठाए जा सकते हैं? और किन चीज़ों को प्राथमिकता दी जा सकती है? क्या ये स्टडी अब बाकी वैक्सीन्स के लिए भी चिंता बढ़ा सकती है?
3. क्या मार्च तक जम्मू-कश्मीर में चुनाव हो सकते हैं?
5 अगस्त 2019 को जम्मू- कश्मीर से धारा 370 हटा दी गई थी. ये मोदी सरकार का वो फ़ैसला था जिसके बाद देश की राजनीति में एक भूचाल आ गया था. कश्मीर में विपक्षी नेताओं को हाउस अरेस्ट कर दिया गया, प्रदेश में बड़े पैमाने पर सेना लगा दी गई, वहां के स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए, इंटरनेट कनेक्शन कट कर दिए गए और साथ ही जम्मू कश्मीर से राज्य का दर्जा वापस लेकर उसे लद्दाख के साथ केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया. इन घटनाओं की पीछे केंद्र सरकार की दलील थी कि राज्य में कानून व्यवस्था को बेहतर ढंग से बहाल होगी, आतंकी गतिविधियों पर रोक लगेगी, इंफ्रास्ट्रकचर को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही कश्मीरी पंडितों को वापस से कश्मीर घाटी में बसाया जाएगा. आज कश्मीर में धारा 370 को हटे हुए 2 साल से ज्यादा हो चुके हैं और इसी को लेकर गृह मंत्रालय ने संसद के विंटर सेशन में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि धारा 370 हटने के बाद से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में गिरावट आई है. इसके साथ ही monthly Army deaths में भी गिरावट देखी गई है. लेकिन हाल ही में हमने देखा था कि अक्टूबर नवंबर के महीने में आतंकवादियों ने कश्मीर में रह रहे अल्पसंख्यक को मारना शुरू किया था जिसके बाद वहां से अल्पसंख्यकों के पलायन की ख़बरें भी सामने आई थी और साथ ही कल भी जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें 3 आतंकी मारे गए. तो अब गृह मंत्रालय के इन आंकड़ों से अलग बात अगर हम वहां की ज़मीनी हक़ीकत की करें तो वो क्या है? हालात कितने सुधरे हैं? और जून के महीने में केंद्र सरकार की तरफ से परिसीमन की बात की गई थी. उसका मौज़ूदा स्टेटस क्या है? क्या मार्च तक जम्मू कश्मीर में चुनाव हो सकते हैं?
4. भारतीय क्रिकेट टीम में अब भी कौन सी चिंताएं?
भारतीय क्रिकेट में इन दिनों बदलावों की खबरें समय समय पर आ रही हैं. अब कल बीसीसीआई ने साऊथ अफ्रीकी दौरे के लिए टीम अनाउंस की तो साथ मे ये भी घोषणा हुई कि अब से विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा वनडे टीम के कैप्टन होंगे. रोहित के हाथ में टी20 की बागडोर पहले से ही थी, और अब वनडे के भी फुल टाइम कप्तान बना दिये गए. रोहित की कप्तानी के आंकड़े भी लाजवाब रहे ही हैं ख़ैर कल टेस्ट सीरीज के लिए साउथ अफ्रीकी दौरे के लिए टीम भी अनाउंस हुई है. उस पर भी नजर डाल लेते हैं क्योंकि एक सरप्राइज वहां भी रहा. रहाणे जो अब तक भारत की टेस्ट टीम के वाइस कैप्टन थे उनकी जगह रोहित शर्मा वाइस कैप्टन के तौर पर दिखेंगे. हनुमा विहारी वापस आ गए हैं. और टीम में आए हैं जयंत यादव. बहरहाल, इस टीम का Combination कितना परफेक्ट है? क्या कमियां दिख रही हैं? क्योंकि ऑलराउंडर के तौर पर कोई ख़ास चेहरा नहीं दिख रहा , और क्या चिंताएं हैं अब भी?