जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकियों के हौंसले पस्त करने के लिए सुरक्षा बल लगातार ऑपरेशन कर रहे हैं. सुरक्षा बलों के सूत्रों ने आजतक को एक्सक्लूसिव जानकारी दी है कि इस साल अलग-अलग ऑपरेशन में अब तक 62 आतंकियों को ढेर किया जा चुका है. इनमें से 18 आतंकी पाकिस्तानी हैं. इसके बावजूद जम्मू कश्मीर में सैकड़ों की संख्या में आतंकी सक्रिय हैं.
सूत्रों ने जानकारी दी है कि कश्मीर घाटी में अब भी लगभग 159 के आसपास टेररिस्ट मौजूद हैं. सूत्रों के मुताबिक इसमें सबसे ज्यादा आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के हैं, जिनकी संख्या 83 बताई जा रही है. वही जैश के 30 और हिजबुल मुजाहिदीन के 38 आतंकी कश्मीर घाटी में मौजूद हैं. पिछले कुछ दिनों की अगर बात करें तो सुरक्षा बलों ने आतंकियों के सफाया करने के लिए कई ऑपरेशन चलाए हैं.
पीओके में मौजूद हैं 80 से ज्यादा आतंकी
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकियों को सीमा पार से घुसपैठ कराने का ट्रेंड पिछले कुछ दिनों में बढ़ा है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में टेरर कैम्प्स में बड़ी संख्या में आतंकियों की मौजूदगी बढ़ाई गई है. सूत्रों के मुताबिक पीओके में अफगानिस्तान से लौटे करीब 80 आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी है.
लॉन्चिंग पैड के जरिए होगी आतंकियों की घुसपैठ?
खुफिया एजेंसियां के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने एक दर्जन से ज्यादा टेरर कैम्प्स को दोबारा सक्रिय किया है. आजतक के हाथ जो खुफिया जानकारी लगी है उसके मुताबिक लश्कर, जैश और अफगानी आतंकियों के कई दर्जन से ज़्यादा आतंकियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और आर्मी ने ट्रेंड कर उरी के पास मौजूद 5 लॉन्चिंग पैड पर इकट्ठा कर इनको पहाड़ी रास्तों के जरिए कश्मीर घाटी में घुसपैठ करा सकते हैं.
उरी के पास मौजूद हैं ये लॉन्च पैड
1. कथाई
2. पटियान
3. पांडू
4. बोकरा गली
5. खोजबंदी पर भारतीय सुरक्षा बलों की नज़र है.
सूत्रों का यह भी कहना है कि जिन आतंकियों को लॉन्च पैड पर लाया जा रहा है, उनको वॉर लाइक युद्धक सामग्री देने की भी जानकारी खुफिया एजेंसियों को मिली है. खुफिया रिपोर्ट ने ये जानकारी दी है कि बालाकोट में ट्रेंड आतंकियों को कश्मीर घाटी में भेजने के लिए मानसेहरा, मुज्जफराबाद, कोटली निकैल होते हुए बिम्बर गली के रास्ते कश्मीर में घुसपैठ कराने की पाक ISI की साजिश है.