आजादी के 78 साल बाद मिजोरम की राजधानी आइजोल भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़ने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर 2025 को बैराबी-सैरांग रेलवे कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे.
51.38 किलोमीटर लंबी यह रेलवे लाइन 8071 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई है. आइजोल के दुर्गम इलाकों में रेलवे लाइन बिछाना इंजीनियरिंग चमत्कार से कम नहीं है. रेल लाइन बिछाने में 11 साल लगे हैं. इस बैराबी-सैरांग रेल लाइन की आधारशिला पीएम मोदी ने नवंबर 2024 में रखी थी.
बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन मिजोरम दुर्गम पहाड़ियों और घने जंगलों से गुजरती है. इस परियोजना में 48 सुरंगें और 55 बड़े पुल बनाए गए हैं. इनमें एक पुल की ऊंचाई 114 मीटर है, जो कुतुब मीनार से भी ऊंचा है. वहीं, 87 छोटे पुल, 5 सड़क ओवरब्रिज और 6 सड़क अंडरब्रिज शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Bairabi Sairang Rail Line का उद्घाटन करने के साथ मिजोरम को जोड़ने वाली पहली राजधानी एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे. जो 38 साल में पहली बार राज्य की राजधानी आइजोल को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगी. बता दें कि 1987 में मिजोरम को राज्य का दर्जा मिला था.
इसके अलावा पीएम मोदी आइजोल-कोलकाता और आइजोल-गुवाहाटी ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे. मिजोरम सरकार ने उम्मीद जताई है कि आगे राजधानी एक्सप्रेस और वंदे भारत जैसी ट्रेनें भी यहां तक पहुंचेंगी.
बैराबी-सैरांग लाइन सिर्फ मिजोरम तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि रेलवे इस परियोजना को और आगे बढ़ाकर म्यांमार बॉर्डर तक ले जाने की योजना पर काम कर रहा है.