मुंबई में हर साल अपर्याप्त ड्रेनेज सिस्टम, मीठी नदी पर अतिक्रमण और नालों में कचरे के कारण बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं. इस साल की पहली बारिश में ही हाल में ही खुले आचार्य अत्रे अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन में पानी भर गया, जिससे सेवाएं रोकनी पड़ीं. बीएमसी द्वारा नालों की सफाई पर सालाना लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद स्थिति गंभीर बनी हुई है. जानें हालात बिगड़ने के बड़े कारण.