शिवसेना (UBT) ने बीएमसी की आर्थिक स्थिति पर तगड़े सवाल उठाए हैं. पार्टी ने बताया कि उनके शासन में 1997 में मौजूद 650 करोड़ रुपए के घाटे को 92,000 करोड़ रुपए के बड़ी धनराशि के सरप्लस में तब्दील किया गया था. लेकिन अब यह स्थिति बदल कर भारी देनदारी की हो गई है. इस गंभीर विषय पर पार्टी सांसद अनिल देसाई से एक खास बातचीत की गई है जिसमें वित्तीय हालात पर चर्चा हुई है.