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क्या उद्धव और राज ठाकरे फिर टकराएंगे? बाला साहेब की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम में MNS चीफ का हमला

शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर उनके तैल चित्र का 23 जनवरी को अनावरण किया गया. इस कार्यक्रम उद्धव ठाकरे को आमंत्रित किया गया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे. इसके बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अध्यक्ष राज ठाकरे समेत बीजेपी और सीएम ने उन्हें निशाने पर ले लिया. विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बालासाहेब का तैल चित्र लगाने की घोषणा की थी.

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महाराष्ट्र विधानसभा में बाल ठाकरे की प्रतिमा अनावरण किया गया
महाराष्ट्र विधानसभा में बाल ठाकरे की प्रतिमा अनावरण किया गया

महाराष्ट्र विधानसभा के सेंट्रल हॉल में सोमवार को बाल ठाकरे की 97वीं जयंती पर उनका ऑइल पेंटिंग का अनावरण किया गया. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, डिप्टी स्पीकर नीलम गोरहे, सीएम एकनाथ शिंदे, डीसीएम देवेंद्र फडणवीस, एमएनएस पार्टी प्रमुख राज ठाकरे, विपक्ष के नेता अजीत पवार और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे मौजूद रहे.

इस कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे और उनके परिवार को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन वे कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए. हालांकि, ठाकरे के भाई राज ठाकरे, स्मिता ठाकरे, अनुराधा जयदेव ठाकरे, निहार ठाकरे, ऐश्वर्या ठाकरे मौजूद हैं.

इस मौके पर विपक्ष के नेता अजित पवार ने आपत्ति जताई कि बाल ठाकरे को केवल 'हिंदू हृदय सम्राट' के रूप में चित्रित किया गया है. पवार ने कहा, "हमें लगता है कि तस्वीर में केवल हिंदू हृदय सम्राट के बजाय शिवसेना प्रमुख के रूप में दिखाया जाना चाहिए. यह कहना गलत है कि वह केवल हिंदुओं के नेता थे.

23 जनवरी को मनाई गई बाल ठाकरे की जयंती

वहीं राज ठाकरे ने अपने संबोधन में उद्धव पर निशाना साधा. उन्होंने बाल ठाकरे की निडरता का जिक्र करते हुए याद दिलाया कि कैसे बाल ठाकरे ने बाबरी मस्जिद विध्वंस के दौरान अपने शिव सैनिकों की जिम्मेदारी ली थी.

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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी आम लोगों को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के लिए बाल ठाकरे की प्रशंसा की. उन्होंने उद्धव पर तंज कसते हुए कहा कि बालासाहेब को राजनीति में रिमोट कंट्रोल माना जाता था, लेकिन उन्होंने दूसरों की तरह इसका इस्तेमाल कभी अपने स्वार्थ के लिए भी किया.

अंबेडकर से की बाल ठाकरे की तुलना

बाल ठाकरे की जयंती पर उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर ने सोमवार को गठबंधन का ऐलान कर दिया. शिवसेना (उद्धव गुट) और वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) दलों के गठबंधन का अनुमान काफी पहले से लगाया जा रहा था. राज्य में आगामी स्थानीय और नगरीय निकाय चुनावों को देखते हुए इस गठजोड़ को बेहद अहम माना जा रहा है.

गठबंधन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए उद्धव ठाकरे ने बाल ठाकरे की तुलना डॉ. अंबेडकर से करते हुए कहा कि दोनों की समाज में गलत कामों के खिलाफ लड़ने और उन्हें मिटाने की विरासत रही है. उन्होंने कहा कि इस समय लोगों को बेवजह की अव्यवस्थाओं और परेशानियों में उलझाया जा रहा है. इससे आने वाले समय में निरंकुशता और बढ़ेगी.

 

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