महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में एक बाघ ने शख्स पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. बताया जा रहा है कि 58 साल का नामदेव जंगल में लकड़ी काटने गया था. उसी दौरान बाघ ने उस पर हमला किया. देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी.
इसके बाद वन विभाग और पुलिस की टीम जंगल में गई तो उसकी लाश पड़ी मिली. पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
बाघ के हमले से शख्स की मौत
बल्लारपुर के वन अधिकारी नरेश भोवरे अपनी टीम और थानेदार आसिफ रजा शेख की टीम के साथ जंगल में गए और शव को ढूंढकर लाए. बताया जा रहा है कि बाघ अब तक तीन लोगों को अपना शिकार बना चुका है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही के चलते लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है.
सात जनवरी को शामराव रामचंद्र तीडसुरवार, 27 फरवरी को लालबच्ची रामअवध चौहान व गुरुवार को नामदेव मोतीराम आत्राम की मौत हुई है. इसके अलावा इसी परिसर में बुधवार को एक तेंदुए ने छोटी बच्ची को गंभीर रूप से घायल कर दिया था.
जंगल लड़की काटने गया था शख्स
वन अधिकारी नरेश भोवरे ने बताया कि शहर से सटे कारवा जंगल में बाघ होने की जानकारी लगातार आ रही है. इस परिसर में लोगों को न जाने की चेतावनी भी वन विभाग की तरफ की गई है. परिसर में पोस्टर लगाकर लोगों को सतर्क किया जा रहा है कि जान जोखिम में डालकर जंगल की तरफ न जाएं. बाघ को पकड़ने के लिए ट्रैप कैमरे और पिंजरे लगाए गए है और दो रेस्क्यू टीम भी तैनात की गई हैं.