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मुंबईः CoWin App में आई तकनीकी दिक्कत, वैक्सीन के लिए करना पड़ा इंतजार

कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीनेशन चल रहा है. वैक्सीन के लिए कोविन ऐप पर पंजीकरण करना होता है. लेकिन मुंबई के कई अस्पतालों में इस ऐप में तकनीकी खराबी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

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वैक्सीन के दूसरे डोज के इंतजार में मधुरा पाटिल
वैक्सीन के दूसरे डोज के इंतजार में मधुरा पाटिल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ऐप में दिक्कत से डॉक्टर को करना पड़ा इंतजार
  • मुंबई के कई अस्पतालों में दिखी यही समस्या
  • सिस्टम में नाम दिखने पर लगती है वैक्सीन

कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीनेशन चल रहा है. वैक्सीन के लिए कोविन ऐप पर पंजीकरण करना होता है. लेकिन मुंबई के कई अस्पतालों में इस ऐप्प में तकनीकी खराबी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा. 

मुंबई के बीकेसी जम्बो कोविड केयर अस्पताल में कोविन ऐप के काम न करने की वजह से टीका के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को इंतजार करते देखा गया. ऐप के काम न करने की स्थिति में ऑब्जर्वेशन सेंटर में डोज लेने के लिए एक स्वास्थ्यकर्मी को इंतजार करना पड़ा.   
 
बीकेसी केंद्र की आहार विशेषज्ञ मधुरा पाटिल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में पहली बार 16 जनवरी को वैक्सीन ली थी. लेकिन 15 फरवरी को जब वह दूसरा खुराक लेने के लिए सुबह 10 बजे पहुंचीं तो उन्हें बताया गया कि उनका नाम सिस्टम में दिखाई नहीं दे रहा है और इसलिए उन्हें इंतजार करना होगा.

इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए मधुरा ने बताया, “मैंने 16 जनवरी को पहली खुराक लिया था जिस पर मुझे गर्व है. शुरू में मैं इसे लेकर आशंकित थी लेकिन अब कोई डर नहीं है. इसलिए मुझे दूसरी खुराक दिए जाने का इंतजार है. दूसरा डोज तभी दिया जाएगा जब मेरा नाम सिस्टम में दिखेगा.”

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नाम न छापने की शर्त पर प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें कोविन ऐप को लेकर सुबह से तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिन स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगना है जब तक उनका नाम सिस्टम में नहीं दिखता है तब तक उन्हें इंतजार करना  होगा. वास्तव में पहले दो डॉक्टर जिन्हें टीका लगाया जाना था, उन्हें इंतजार करना पड़ा.  

अस्पताल के एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि जब तक सिस्टम में नाम नजर नहीं आएगा तब तक हम स्वास्थ्यकर्मियों को टीका नहीं लगा सकते हैं. उन्होंने बताया, 'अभी हमें ऑफलाइन पंजीकरण पर टीका लगाने की अनुमति नहीं है. हमें भले ही ये पता है कि अमुक स्वास्थ्यकर्मी ने पहली खुराक ले ली है, लेकिन जब तक कोविन ऐप्प में नाम नहीं दिखेगा तब तक उसे दूसरा डोज नहीं दिया जा सकता है.'

एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि हर केंद्र पर एक नोडल अधिकारी होता है जो रोज के घटनाक्रम पर नजर रखता है. उन्होंने कहा, 'हर केंद्र पर मैनुअल एक्सेल शीट है. मुख्य मुद्दा अप्वाइंटमेंट का है और यही चिंता का विषय है. डेटा एंट्री ठीक से नहीं हुई है.' 

कई अस्पतालों में आई समस्या

केईएम अस्पताल, मुलुंड, राजावाड़ी अस्पताल में भी यही समस्या देखी गई. कई स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीन को लेकर बीएमसी से कॉल या कोई मैसेज नहीं मिलने की शिकायत की. एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया, “मैंने 16 जनवरी को वैक्सीन की पहली खुराक ली थी, लेकिन दूसरे खुराक के लिए मुझे बीएमसी से मैसेज मिलना बाकी है. अस्पताल ने अब कल आने को कहा है. लेकिन मुझे अभी तक कोई मैसेज नहीं मिला है. हालांकि बीएमसी अफसरों से इस मुद्दे पर संपर्क नहीं हो सका.

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मुंबई में लगने लगा दूसरा टीका

मुंबई में कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जाने लगी है. मुंबई के बीकेसी जम्बो अस्पताल में दूसरी खुराक लेने वाले डॉक्टर गौतम भंसाली ने बताया, 'मुंबई में मैं पहला शख्स हूं जिसने वैक्सीन की दूसरी खुराक ली है. मैं बिल्कुल फीट और ठीक हूं. एक मेडिकिल पेशेवर के तौर पर मैं कहना चाहूंगा कि स्वास्थ्यकर्मी संकोच छोड़ें और बड़े पैमाने पर आगे आकर वैक्सीन लगवाएं. '

महामारी की वर्तमान स्थिति पर टिप्पणी करते हुए डॉक्टर भंसाली ने कहा कि लोग वैक्सीन के आने से सुस्त हो गए हैं. उन्होंने कहा, “सामान्य धारणा अब बन गई है कि अब टीका आ गया है लेकिन लोग यह भूल जाते हैं कि कोरोना वायरस का खतरा अब भी बरकरार है. इसलिए टीकाकरण सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. आज भी मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजिंग सबसे अधिक जरूरी है.”

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण कार्यक्रम के दूसरे दौर की शुरुआत कर दी है. यह प्रक्रिया ऐसे समय शुरू हुई है जब शहर और राज्य मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. 14 फरवरी को मुंबई में 645 नए कोरोना केस मिले और इसकी चपेट में आने से चार लोगों दम तोड़ दिया. मुंबई में कुल सक्रिय मामले 5608 हैं. मुंबई शहर की रिकवरी दर 94% है.

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