महाराष्ट्र सरकार ने पालघर तट पर काम करने वाले मछुआरों को "सुरक्षा निर्देश" जारी किए हैं. जिसके अनुसार उन्हें भारत-पाक संघर्ष के बीच देश की समुद्री सीमा को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क रहने को कहा गया है. एक न्यूज एजेंसी को जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि तटीय निगरानी बढ़ाने के संबंध में भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह निर्देश जारी किए गए.
राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि अधिकांश मछली पकड़ने वाली नौकाओं में ट्रांसपोंडर लगे हों, ताकि उनके स्थानों को ट्रैक किया जा सके. अधिकारियों ने पालघर तट के पास दो स्थानों की पहचान की है. इन दो स्थानों पर मछुआरे नियमित रूप से इकट्ठा होते हैं. हालांकि, अब उन्हें यहां इकट्ठा नहीं होने के लिए कहा गया है.
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अधिकारी के अनुसार हमने मछुआरों से नौसेना की सुरक्षा के लिए आंख और कान के रूप में काम करने और समुद्र में किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में अधिकारियों को सतर्क करने का भी आग्रह किया है. क्योंकि नवंबर 2008 में मुंबई पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादियों ने एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव का अपहरण कर लिया था.
अधिकारी ने बताया कि आज भी पालघर जिले की कई मछली पकड़ने वाली नावें पाकिस्तानी समुद्री अधिकारियों के कब्जे में हैं, क्योंकि उन्हें पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश करने के कारण जब्त कर लिया गया था. ऐसे में इन नावों का पाकिस्तान की तरफ से दुरुपयोग किया जा सकता है. यही वजह है कि मछुआरों से कहा गया है कि अगर उन्हें ऐसी कोई नाव गायब दिखे तो वे तुरंत अधिकारियों को सूचित करें.