पूरी दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने सभी को चिंता में डाल दिया है. साउथ अफ्रीका में दहशत मचाने वाले इस वेरिएंट ने अब पूरी दुनिया को फिर कोरोना से डरने पर मजबूर कर दिया है. भारत सरकार भी एक्शन में आ चुकी है और कई तरह के फैसले लिए जा रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र में एक दिसंबर से पहली से चौथी कक्षा तक वाले बच्चों के भी स्कूल खोल दिए जाएंगे.
महाराष्ट्र में एक दिसंबर से खुलेंगे बच्चों के स्कूल
पहले कहा जा रहा था कि इस नए वेरिएंट के बीच बच्चों के स्कूल खोलने को टाला जा सकता है. लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने साफ कर दिया है कि एक वेरिएंट की वजह से वे अपना फैसला नहीं बदलने वाले हैं. उनके मुताबिक इस खतरे से निपटने के लिए केंद्र सरकार को साउथ अफ्रीका से आने वालीं फ्लाइटों पर रोक लगानी चाहिए. इसको लेकर केंद्र को चिट्ठी भी लिखी गई है.
वहीं अगर केंद्र की तरफ से कोई फैसला नहीं होता है तो महाराष्ट्र सरकार अपने स्तर पर सख्ती कर सकती है. राजेश टोपे के मुताबिक विदेश से आने वाले मुसाफिरों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन किया जा सकता है. लेकिन अभी के लिए राज्य सरकार एक दिसंबर से स्कूल खोलने का मन बना चुकी है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने जोर देकर कहा है कि अभी देश में ओमिक्रॉन का खतरा नहीं है, इसके मामले नहीं हैं, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने अपनी तरफ से सिर्फ इतनी अपील की है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और अपने स्तर पर सावधानी बरतें.
केंद्र की नई ट्रैवल एडवाइजरी
अभी के लिए केंद्र सरकार द्वारा नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर दी गई है. नई गाइडलाइन के मुताबिक जो भी यात्री एट रिस्क वाले देशों से भारत आएंगे, उनका कोविड टेस्ट होना अनिवार्य रहेगा. वहीं ऐसे सभी यात्रियों को होम क्वारंटीन भी रहना पड़ेगा. वहीं अगर कोई यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए तो उन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा और उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया जाएगा.