महाराष्ट्र में नागपुर के पुलगांव स्थित सेना के सबसे बड़े हथियार डिपो में आग लगने से दो अधिकारियों सहित 16 लोगों की मौत हो गई. आधिकारिक बयान में दो अफसर, एक जवान और 13 दमकलकर्मी की मौत होने की पुष्टि की गई है. इस हादसे में 17 लोग घायल हो गए हैं.
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने घटना स्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि सेना के उच्च अधिकारी यहां आग लगने के कारणों की जांच करेंगे. डिपो में एंटी टैंक माइन्स भी रखे हुए थे.
आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन बीच-बीच में हो रहे धमाकों की वजह से ऑपरेशन में परेशानी आ रही है. एहतियातन आसपास के 3 गांवों को खाली करा दिया गया है. इस मामले में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेना से रिपोर्ट मांगी है.
बताया जा रहा है कि आयुध डिपो में आग देर रात करीब डेढ़ बजे लगी. आग पर काबू पाने के लिए तुरंत कोशिशें शुरू कर दी गईं. आग सेना के डंपिंग यार्ड में लगी थी, जो देखते ही देखते भयंकर हो गई. आग पर किसी तरह काबू पाया गया लेकिन बीच-बीच में होने वाले धमाकों की वजह से फिर आग भड़क उठी.
चार अधिकारी घायल, एक की हालत गंभीर
आग में झुलसने से सेना के चार अधिकारी घायल भी हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गंभीर रूप से झुलसे डिप्टी कमांडेंट को आईसीयू में भर्ती कराया गया है. मारे गए दो अधिकारियों की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल आरएस पवार और मेजर के. मनोज के तौर पर हुई है.
घटना की जांच के लिए SIT
आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है. घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जा रहा है.
खाली कराए गए तीन गांव
सेना के हथियार डिपो में आग लगने की घटना के बाद आस-पास के तीन गांवों के खाली करा दिया गया है. इनके अलावा बाकी गांवों के लोगों को भी सुरक्षित स्थानों में भेजा जा रहा है. डिपो में लगातार धमाके की आवाजें सुनी जा रही हैं. आग बुझाने के लिए पास के गांवों से टैंकर लाए जा रहे हैं.
घटनास्थल का दौरा करेंगे रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पुलगांव स्थित डिपो का दौरा करेंगे. इस दौरान वह मामले की जांच को लेकर भी दिशा निर्देश तय करेंगे. उन्होंने घटना को लेकर संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है.
10 हजार एकड़ में फैला है डिपो
पुलगांव हथियार डिपो करीब 10 हजार एकड़ एरिया में फैला है. फैक्ट्रियों में बनाए जाने वाले हर तरह के हथियार और गोला बारूद पहले यहां आते हैं उसके बाद दूसरे डिपो में सप्लाई की जाती है. सूत्रों के मुताबिक, जहां आग लगी है इस एरिया में एंटी-टैंकर माइंस बिछी हुई हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा- 'हथियार डिपो में आग की खबर से आहत हूं. पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैंने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को घटनास्थल का जायजा लेने को कहा है.'
Pained by loss of lives caused by a fire at central ammunition depot in Pulgaon, Maharashtra. My thoughts are with the bereaved families.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 31, 2016
I pray that those who are injured recover quickly. Have asked RM @manoharparrikar to visit the spot & take stock of the situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 31, 2016
एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर अलर्ट पर
रह-रह कर भड़क रही आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं. एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर भी अलर्ट पर रखे गए हैं. जरूरत पड़ने पर इनके जरिए भी आग बुझाने में ऑपरेशन शुरू किया जाएगा.
सीएम फड़नवीस ने दिया मदद का भरोसा
राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा, 'यह एक दुखद हादसा है. मैंने जिला प्रशासन से हर संभव मदद उपलब्ध कराने को कहा है. नजदीकी कलेक्टर को भी मौके पर जाकर जायजा लेने के लिए कहा गया है.'
We are providing whatever assistance and resources required, primarily medical assistance: Devendra Fadnavis pic.twitter.com/f0bizNmxsG
— ANI (@ANI_news) May 31, 2016
कांग्रेस अध्यक्ष ने भी जताया दुख
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी जवानों की मौत पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.