नवी मुंबई के उल्वे में एक नकाबपोश व्यक्ति द्वारा 27 वर्षीय महिला की उसके घर के पास सड़क पर गला रेतने की घटना के दो दिन बाद, पनवेल पुलिस क्राइम ब्रांच की यूनिट-2 टीम ने उसके पति को इस हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या करने के लिए 6 लाख रुपये में कॉन्ट्रैक्ट दिया था. इस हत्याकांड में दो अन्य आरोपी- अलीशा त्यागी (38) उत्तर प्रदेश से और चरणजीत कौर उर्फ डिंपल (34) पंजाब से- गिरफ्तार की गई हैं. दो अन्य आरोपी सुखप्रीत राठिया और गुरप्रीत राठिया फरार हैं. दोनों पंजाब से हैं, जिन्हें हत्या का ठेका दिया गया था.
सीनियर इंस्पेक्टर अर्जुन राजने ने बताया कि किशोर सिंह राजपूत (30) और अलविना किशोर सिंह (जो फार्मेसी चलाती थीं) ने आपसी सहमति से तलाक लेने का फैसला किया. लेकिन अलविना ने तलाक की कार्यवाही को आगे बढ़ाने के लिए कथित तौर पर पैसे की मांग की. किशोर ने उसे कुछ रकम का भुगतान भी किया, लेकिन अलविना ने कथित तौर पर और अधिक पैसे मांगे. पत्नी की उगाही से परेशान होकर किशोर ने उसकी हत्या कराने की साजिश रची. पुलिस ने बताया कि किशोर सिंह राजपूत ने अलविना सिंह की हत्या करवाने के लिए पड़ोसी बिल्डिंग में रहने वाले अलीशा त्यागी को 6 लाख रुपए दिए थे.
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अलीशा ने ₹ 6 लाख में लिया मर्डर का कॉन्ट्रैक्ट
पुलिस के मुताबिक अलीशा त्यागी ने अलविना की हत्या करने में अपनी नौकरानी चरणजीत कौर की मदद ली. चरणजीत ने इस काम में मदद के लिए अपने गृहनगर से सुखप्रीत और गुरप्रीत को भी शामिल किया. अलीशा त्यागी ने गुरप्रीत की पहचान नकाबपोश हत्यारे के रूप में की है. उल्वे के सेक्टर 5 स्थित विजय लक्ष्मी टॉवर में रहने वाली अलविना की 18 मई की रात हत्या कर दी गई थी. जब वह घर लौट रही थी, तो कथित तौर पर एक नकाबपोश व्यक्ति ने विजय लक्ष्मी टॉवर से सिर्फ 50 मीटर दूर रेडिएंस स्प्लेंडर बिल्डिंग के पास अलविना पर पीछे से हमला किया और उसका गला रेत दिया. अलविना मौके पर ही गिर गई और अत्यधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई.
इससे पहले कि राहगीर हमलावर को पकड़ पाते, वह मौके से भाग निकलने में सफल रहा. राहगीरों ने अचेत पड़ी अलविना को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपनी पत्नी की हत्या की रात किशोर सिंह राजपूत अपने फार्मेसी के पास कुछ दोस्तों के साथ बैडमिंटन खेल रहा था. वह अपनी पत्नी की हत्या की पुष्टि करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचा. अधिकारी ने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों ने उसे पकड़ने में मदद की. किशोर सिंह, अलीशा त्यागी और उसकी सहयोगी चरणजीत कौर उर्फ डिंपल को उल्वे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और पनवेल की एक अदालत में पेश किया, जिसने उन्हें 27 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.
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किशोर-अलविना ने 2021 में किया था लव मैरिज
किशोर और अलविना ने 2021 में प्रेम विवाह किया था, लेकिन वित्तीय मामलों पर लगातार बहस और असहमति के कारण उनके रिश्ते में खटास आ गई थी. पति-पत्नी दोनों फार्मासिस्ट थे और उल्वे में मेडिकल स्टोर चलाते थे. मृतक अलविना ने कथित तौर पर फार्मेसी खोलने के लिए 15 लाख रुपये किशोर को दिए थे और तलाक देने से पहले यह राशि वापस मांगी थी. पुलिस के अनुसार, किशोर राजपूत तलाक के लिए दबाव बना रहा था, लेकिन अलविना वित्तीय समझौते के रूप में राशि की मांग कर रही थी, जिससे वह और भी हताश हो गया. पुलिस के मुताबिक पैसे को लेकर किशोर ने अपनी पत्नी की हत्या की सुपारी दी थी.
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एसीपी क्राइम अजय कुमार लांडगे ने कहा, 'किशोर को डर था कि राशि चुकाने के बाद भी उसे तलाक नहीं मिलेगा. इसी दौरान उसकी मुलाकात अलीशा त्यागी से हुई, जो मेडिकल स्टोर पर आती थी. वह ब्यूटी पार्लर चलाती है. दोनों ने अलविना की हत्या की साजिश रची. अलीशा, जो खुद तलाकशुदा है, उसने 6 लाख रुपये में अवलिना की हत्या में मदद करने के लिए सहमति जताई. किशोर ने 5 लाख रुपये उसे एडवांस में दिए थे. अलीशा ने अपनी नौकरानी चरणजीत कौर उर्फ डिंपल को भी इसमें शामिल किया. डिंपल ने कथित तौर पर पंजाब के दो कॉन्ट्रैक्ट किलर्स सुखप्रीत राठिया और गुरप्रीत राठिया से संपर्क किया, जिनमें से गुरप्रीत ने 18 मई की रात अलविना की हत्या की. पुलिस सुखप्रीत और गुरप्रीत की तलाश कर रही है.