महाराष्ट्र के नागपुर में एक अजीब मामला सामने आया है. यहां एक मेडिकल कॉलेज में 25 साल का शख्स पकड़ा गया, जो कि बुर्का पहनकर डॉ. आयशा बनकर घूम रहा था. पूछने पर उसने बताया कि दरअसल वो गे है और पुरुषों से दोस्ती करने के लिए यहां आता था.
नागपुर पुलिस ने बताया कि 25 वर्षीय शख्स ने खुद को महिला डॉक्टर के रूप में पेश किया. वह करीब तीन सप्ताह तक इंदिरा गांधी सरकारी मेडिकल कॉलेज के आस-पास घूमता रहता था. उसे बुधवार को पकड़ा गया.
तहसील पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल परिसर में बुर्का पहनने वाले और खुद को 'डॉ आयशा' बताने वाले आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह गे था और उसने पुरुषों से दोस्ती करने के लिए खुद को महिला बताया.
मरीजों से बातचीत भी कर रहा था शख्स
अधिकारी ने बताया कि वह लगातार अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों के साथ बातचीत कर रहा था, लेकिन किसी को भी उस पर शक नहीं हुआ. अस्पताल में तैनात महाराष्ट्र सुरक्षा बल के कर्मचारियों को उस पर संदेह हुआ. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस को जब धोखाधड़ी की जानकारी हुई तो उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी की आवाज, महिलाओं की तरह
उन्होंने कहा कि आरोपी की आवाज महिला जैसी थी कि पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए. अधिकारी ने कहा कि वह शादीशुदा था लेकिन उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी. आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और अन्य प्रासंगिक अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया और आगे की जांच की जा रही है.