scorecardresearch
 

Andheri East Assembly Seat: अंधेरी पूर्व सीट पर उद्धव गुट की ऋतुजा की जीत, दूसरे नंबर पर रहा NOTA

मुंबई की अंधेरी पूर्व विधानसभा से उद्धव कैंप की कैंडिडेट ऋतुजा लटके ने जीत हासिल कर ली है. यहां दूसरे नंबर पर NOTA रहा है. दरअसल, इस सीट पर बीजेपी ने आखिरी समय में एमएनएस और एनसीपी की अपील पर अपने उम्मीदवार मुरजी पटेल को मैदान से हटा लिया था. ऐसे में उद्धव गुट की तरफ से उम्मीदवार ऋतुजा की जीत निश्चित मानी जा रही थी.

Advertisement
X
उद्धव कैंप की ऋतुजा लटके ने मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट पर जीत हासिल की.
उद्धव कैंप की ऋतुजा लटके ने मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट पर जीत हासिल की.

मुंबई की अंधेरी (ईस्ट) विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की कैंडिडेट ऋतुजा लटके ने जीत हासिल कर ली है. 19 राउंड के वोटों की गिनती के बाद ऋतुजा को 66247 वोट मिल गए थे. दिलचस्प बात ये है कि दूसरे नंबर पर कोई कैंडिडेट नहीं, बल्कि NOTA रहा. अंधेरी ईस्ट विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में ऋतुजा के अलावा ऐसा कोई भी नहीं था, जिसे NOTA से ज्यादा वोट मिले हों.

ऋतुजा लटके ने कहा कि ये जीत मेरे पति और अंधेरी ईस्ट इलाके में उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों की है. मैं अभी काउंटिंग स्थल और बाद में आशीर्वाद लेने के लिए मातोश्री जाऊंगी.

जानकारी के मुताबिक उद्धव गुट की ऋतुजा लटके को 19 राउंड की काउंटिंग के बाद कुल 66247 वोट मिल गए थे. जबकि NOTA पर 12776 वोट पड़े. वहीं बाला नादर को 1506, मनोज नाइक को 888, मीना खेडेकर को 1511, फरहान सैयद को 1087, मिलिंद कांबले को 614 और राजेश त्रिपाठी को 1569 वोट मिले हैं. 

इस साल मई में शिवसेना विधायक और रुतुजा लटके के रमेश लटके की मौत के बाद 3 नवंबर को इस सीट पर उपचुनाव हुआ था. हालांकि इस सीट पर बीजेपी ने आखिरी समय में एमएनएस और एनसीपी की अपील पर अपने उम्मीदवार मुरजी पटेल को मैदान से हटा लिया था. ऐसे में उद्धव गुट की तरफ से उम्मीदवार ऋतुजा की जीत निश्चित मानी जा रही थी. रविवार को सुबह शुरू हुई काउंटिंग के पहले चरण से ही ऋतुजा आगे चल रही थीं. चरण-दर-चरण वह जीत की ओर बढ़ती गईं. 

Advertisement

शिवसेना के रमेश लटके ने अंधेरी (पूर्व) विधानसभा सीट से दो बार चुनाव जीता था. वहीं, 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन इस साल मई में रमेश लटके की मौत के बाद यह संख्या घटकर 55 रह गई थी.

वहीं इसी साल जून में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व से बगावत कर दी थी. इसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी.

ये भी देखें

 

Advertisement
Advertisement