महाराष्ट्र में कल्याण के बारावे गांव इलाके में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक दिन के नवजात बच्ची कूड़ेदान में बोरे में लिपटी पाई गई. दरअसल, कूड़ा फेंकने गए ग्रामीणों ने अचानक रोने की आवाज सुनी तो कूड़े में टटोलने लगे. बच्ची पर नजर पड़ते ही वह उसे बचाने दौड़ पड़े. आनन फानन में कल्याण के रुक्मिणीबाई अस्पताल में बच्ची को इलाज के लिए भर्ती कराया गया. अब बच्ची स्वस्थ और सुरक्षित है.
एक दिन पहले ही हुआ बच्ची का जन्म
बच्ची को पाते ही ग्रामीणों ने तुरंत खड़कपाड़ा पुलिस को सूचना दी. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बच्ची को कल्याण के रुक्मिणीबाई अस्पताल में भर्ती कराया. बताया जा रहा है कि बच्ची की हालत फिलहाल स्थिर है. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बच्ची का जन्म एक दिन पहले ही हुआ है. साथ ही उसको इसलिए फेंका गया क्योंकि वह लड़की थी.
माता-पिता का पता लगा रही पुलिस
खड़कपाड़ा पुलिस ने तीन विशेष टीमें बनाकर इस क्रूर कृत्य के पीछे माता-पिता का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है. बच्ची के माता-पिता की तलाश में पुलिस ने विशेष तीन टीमें तैयार की हैं.
बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी नवजात को बेटी के रूप में पैदा होने की सजा मिली हो, बल्कि आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जहां किसी मासूम को अपनों ने ही छोड़ दिया और गैरों ने सहारा दिया.