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महाराष्ट्र: बीजेपी नेता का मोबाइल नंबर फेसबुक पर डाल कर लिखा , रेमडेसिविर के लिए यहां संपर्क करें

आरोप है कि एनसीपी यूथ विंग से जुड़े एक कार्यकर्ता ने पिंपरी-चिंचवाड़ शहर के लिए अपने विंग के फेसबुक पेज एक मोबाइल नंबर डाल दिया और लोगों से कहा कि अगर उन्हें रेमडेसिविर दवा की तत्काल जरूरत है तो इस नंबर पर संपर्क करें. ये मोबाइल नंबर पिंपरी चिंचवाड़ से बीजेपी के पार्षद नामदेव ढाके का था.

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बीजेपी नेता नामदेव ढाके.
बीजेपी नेता नामदेव ढाके.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ढाके ने NCP पर परेशान करने का आरोप लगाया
  • बीजेपी पार्षद नामदेव ढाके ने दर्ज कराई शिकायत
  • म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में हाउस के नेता हैं नामदेव

महाराष्ट्र के पुणे और आसपास नए कोरोना केसों के बढ़ने की तेज रफ्तार के बावजूद यहां राजनीतिक दल एक दूसरे को दोषी ठहराने के खेल में उलझे हैं. यहां रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत महसूस की जा रही है जिसकी कोविड-19 के मरीजों के इलाज में जरूरत पड़ती है. एक तरफ ये स्थिति है और दूसरी तरफ पुणे से सटे पिंपरी-चिंचवाड़ में इस मुद्दे पर सियासत हावी है.   

आरोप है कि एनसीपी यूथ विंग से जुड़े एक कार्यकर्ता ने पिंपरी-चिंचवाड़ शहर के लिए अपने विंग के फेसबुक पेज एक मोबाइल नंबर डाल दिया और लोगों से कहा कि अगर उन्हें रेमडेसिविर दवा की तत्काल जरूरत है तो इस नंबर पर संपर्क करें. ये मोबाइल नंबर पिंपरी चिंचवाड़ से बीजेपी के पार्षद नामदेव ढाके का था. फेसबुक पर फोन नंबर को देखने के बाद ढाके के पास बीते दो दिन से कॉल्स की बाढ़ लगी हुई है. ढाके पिंपरी-चिंचवाड़ म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में सदन के नेता हैं. ढाके के मुताबिक इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है. ढाके की शिकायत दर्ज होने से पहले पुलिस कमिश्नर की ओर से कहा गया था कि अगर औपचारिक तौर पर शिकायत मिलती है तो इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.  

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ढाके के मुताबिक उन्हें दो दिन पहले कोविड मरीजों के रिश्तेदारों के फोन आने शुरू हुए. सभी फेसबुक की एक पोस्ट का हवाला देकर रेमडेसिविर की उपलब्धता के बारे में सवाल कर रहे थे. तब मुझे एहसास हुआ कि किसी ने मजाक किया है. मैंने इसमें आगे जानने की कोशिश की तो पता चला कि एनसीपी के यूथविंग के फेसबुक पर मेरे फोन नंबर के साथ पोस्ट डाली गई थी. ये विपक्षी दल की ओर से जानबूझकर मुझे परेशान करने के लिए किया गया.  

एनसीपी के एक कार्यकर्ता ने फेसबुक पर ढाके का नंबर डालने की जिम्मेदारी ली है. उसके बचाव में पार्टी के कुछ नेता भी सामने आए. एनसीपी यूथ विंग के शहर अध्यक्ष विशाल वाकडकर का कहना है कि “ढाके ने खुद दावा किया था कि 1,100 डोज़ उपलब्ध है. हमारी जानकारी में आया कि एक मरीज की रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने की वजह से मौत हो गई. ऐसे में हमने ढाके का नंबर लोगों की परेशानी कम करने के मकसद से दिया. ढाके सदन के नेता है और ये उनकी जिम्मेदारी है.”  

एनसीपी यूथ विंग के शहर अध्यक्ष विशाल वाकडकर.

दूसरी तरफ ढाके ने माना कि उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेमडेसिविर के 1100 इंजेक्शन स्टॉक में होने की बात कही थी. ढाके ने कहा, “ऐसा करने के पीछे मकसद ये था कि लोग मेडिकल स्टोर्स से जाकर इन्हें ले सकते हैं. अगर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अगर इस इंजेक्शन के स्टॉक की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में देते है तो क्या उनका नंबर भी एनसीपी नेता सार्वजनिक करेंगे, फेसबुक पर पोस्ट करेंगे.” 

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