पिछले हफ्ते पुणे ग्रामीण के मुलशी में एक महिला का पिस्तौल लहराते हुए और किसानों को धमकाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. यह वीडियो 2023 का था. वीडियो में दिख रही महिला विवादों में फंसी ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर थीं. वह किसानों को धमकाने के लिए अपनी पिस्तौल लहरा रही थीं.
यह विवाद हवेली तालुका के अंबी गांव में खेडकर परिवार द्वारा कथित रूप से खरीदी और स्वामित्व वाली 110 एकड़ भूमि से संबंधित था. जबकि किसानों ने आरोप लगाया कि उन्होंने इसे कोर्ट में चुनौती दी है. फिलहाल अपडेट यह है कि पुणे ग्रामीण पुलिस ने मनोरमा खेडकर को गिरफ्तार कर लिया है. तीन टीमें उन्हें लेकर पुणे पहुंच रही हैं.
पुलिस ने जोड़ी धारा 307
किसानों को धमकाने के आरोप में मनोरमा खेडकर और अन्य के खिलाफ पौड पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. इस अपराध में पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा 307 भी जोड़ दी है. लिहाजा पुलिस कोर्ट में कस्टडी की मांग करेगी.
वीडियो सामने आने के बाद पुणे ग्रामीण पुलिस ने संज्ञान लिया और मनोरमा खेडकर के खिलाफ हथियार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और कारण बताओ नोटिस जारी किया था. मनोरमा और उनके पति तभी से फरार थे और उनके खिलाफ लुकआउट भी जारी किया गया था.
इन धाराओं में दर्ज किया केस
पुलिस ने मनोरमा और अन्य आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 323, 504, 506, 143, 144, 147, 148 और 149 और शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. पुणे ग्रामीण पुलिस गुरुवार की सुबह मनोरमा को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड के एक रिसॉर्ट में ट्रैक किया और उन्हें हिरासत में ले लिया. फिलहाल उन्हें पुणे के पौड पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा है.
मनोरमा खेडकर महाराष्ट्र के पूर्व आईएएस अधिकारी जगननाथ खेडकर की बेटी हैं. कहा जाता है कि जगन्नाथ खेडकर महाराष्ट्र में वंजारी समुदाय से पहले आईएएस थे और अस्सी के दशक में महाराष्ट्र में प्रशासन में काम करने वाले एक प्रसिद्ध अधिकारी थे.
पति दिलीप खेडकर पर लग चुके हैं भ्रष्टाचार के आरोप
मनोरमा खेडकर की शादी दिलीप खेडकर से हुई थी, जो एमपीसीबी के निदेशक के रूप में कार्यरत थे. भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद 2020 में उन्हें अनिवार्य रिटायरमेंट दिया गया था. मनोरमा महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के भालगांव ग्राम पंचायत से निर्वाचित ग्राम पंचायत सरपंच भी हैं. उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अहमदनगर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भी भरा था जिसे बाद में उन्होंने वापस ले लिया.
आर्म्स एक्ट केस में हुईं गिरफ्तार
उनके पति दिलीप खेडकर ने अहमदनगर से वंचित बहुजन अघाड़ी के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. सूत्रों के अनुसार, मनोरमा महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, पुणे ग्रामीण और अहमदनगर जिलों जैसे विभिन्न स्थानों पर खेडकरों की कई प्रॉपर्टीज की मालकिन हैं और कई व्यवसायों को संभालती हैं. पुणे ग्रामीण पुलिस द्वारा दर्ज आर्म्स एक्ट केस में उन्हें गिरफ्तार किया गया है.