इजरायल के पेगासस (Pegasus) सॉफ्टवेयर के जरिए फोन टैपिंग की रिपोर्ट आने के बाद बवाल मचा हुआ है. विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) को तो घेर ही रही है, लेकिन अब इसकी आंच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) तक आ पहुंची है. कांग्रेस ने फडणवीस कार्यकाल के दौरान हुई फोन टैपिंग (Phone Taping) की जांच कराने की मांग की है. कांग्रेस ने फडणवीस सरकार में पेगासस के जरिए फोन टैपिंग होने का अंदेशा जताया है.
महाराष्ट्र कांग्रेस (Maharashtra Congress) के महासचिव और प्रवक्ता सचिन सावंत ने इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है. उन्होंने सवाल पूछा कि क्या पेगासस कांड (Pegasus Scandal) महाराष्ट्र में हुआ था? महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (Maharashtra Vikas Aghadi) की सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए.
महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार के दौरान रश्मि शुक्ला के जरिए फोन टैपिंग कराने का मामला सामने आया था. अब इस मामले को पेगासस से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
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उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मंत्रालय में बैठा कोई IPS अफसर पर काम कर रहा था? किसकी परमिशन से DGIPR के अफसर इजरायल गए थे? उन्होंने वहां क्या ट्रेनिंग मिली? क्या वो वापस आए और रिपोर्ट दी? क्या ये पेगासस से जुड़ा था? ये आश्चर्यजनक और संदेहास्पद है कि चुनाव के दौरान ऐसे कई दौरे हुए.
सचिन सावंत ने सवाल उठाया कि कितनी बार अफसर इजरायल गए? क्या NSO के साथ कोई सरकारी मीटिंग थी? ये सब बातें सामने आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पेगासस के जरिए फोन टैपिंग में मोदी सरकार की भूमिका हो सकती है. हो सकता है कि सभी बीजेपी शासित राज्यों में टैपिंग का निर्देश दिया गया हो.