महाराष्ट्र सरकार ने विधानसभा चुनाव खत्म होने के तुंरत बाद IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला को महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (DGP) के रूप में नियुक्त किया है. राज्य के गृह विभाग द्वारा सोमवार शाम जारी एक आदेश में यह जानकारी दी गई.
इससे पहले 5 नवंबर को चुनाव आयोग के आदेश के बाद सीनियर IPS अधिकारी संजय वर्मा को नियुक्त किया गया था और रश्मि शुक्ला को छुट्टी पर भेज दिया गया था.
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की मांग के बाद रश्मि शुक्ला को पद से हटा दिया गया था. इसके बाद संजय वर्मा को ये जिम्मा सौंपा गया, उन्हें चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक इस पद पर बने रहना था, जबकि रश्मि शुक्ला को तब इसी अवधि के लिए अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया था.
हालांकि चुनावी प्रक्रिया पूरी होने और चुनाव परिणामों की घोषणा के साथ ही चुनाव आयोग ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर आदर्श आचार संहिता समाप्त होने की घोषणा कर दी.
गृह विभाग के आदेश में कहा गया है कि सरकार ने रश्मि शुक्ला की अनिवार्य छुट्टी की अवधि समाप्त कर दी है और उन्हें डीजीपी के रूप में अपनी भूमिका फिर से संभालने का निर्देश दिया है, संजय वर्मा ने उन्हें वापस कार्यभार सौंप दिया है.
रश्मि के नाम महाराष्ट्र की पहली महिला डीजीपी बनने का खिताब
बता दें कि सीनियर भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी रश्मि शुक्ला के नाम महाराष्ट्र की पहली महिला डीजीपी बनने का खिताब है. 1988 बैच की महाराष्ट्र कैडर की अधिकारी रश्मि सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक भी रह चुकी हैं. रश्मि शुक्ला को जून में रिटायर होना था, लेकिन सरकार ने उन्हें एक्सटेंशन दे दिया. महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेताओं के फोन टैपिंग को लेकर भी वह चर्चा में रह चुकी हैं. रश्मि शुक्ला के नाम 22 साल में आईपीएस बनने का रिकॉर्ड भी है.
खुफिया विभाग की प्रमुख भी रह चुकी हैं रश्मि
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान रश्मि शुक्ला राज्य खुफिया विभाग की प्रमुख थीं, तब कुछ सीनियर राजनीतिक नेताओं के अवैध फोन टैपिंग के लिए उनके खिलाफ तीन मामले दर्ज किए गए थे. उन पर मुंबई में दर्ज पहली एफआईआर में शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता एकनाथ खडसे के फोन टैप करने का आरोप है.