महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने ऐलान किया है कि वह इस साल के अंत में होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. अगर उनकी पार्टी चुनाव जीतती है, तो वह सूबे के मुख्यमंत्री होंगे. राज ठाकरे ने यह ऐलान शनिवार को मुंबई में एक रैली में किया.
यह पहला मौका होगा, जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ेगा. आपको बता दें कि बाल ठाकरे भी कभी चुनाव नहीं लड़े. उनकी पार्टी शिवसेना राज्य में सत्ता में भी थी, पर वह मुख्यमंत्री नहीं बने.
जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के मद्देनजर राज ठाकरे ने यह फैसला किया है. एमएनएस एक भी सीट नहीं जीत सकी. इसके अलावा कई उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई थी, जबकि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने महाराष्ट्र में शानदार प्रदर्शन किया. एमएनएस उम्मीदवार कल्याण को छोड़कर 9 सीटों पर एक लाख का आंकड़ा पार करने में कामयाब नहीं हुए.
आपको बता दें कि राज ठाकरे ने 2005 में शिवसेना छोड़कर एमएनएस का गठन किया था. तब से राज और उद्धव ठाकरे सियासी विरोधी रहे हैं. दोनों एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने से भी नहीं कतराते हैं. पार्टी के प्रदर्शन पर राज ठाकरे ने कहा था कि इस चुनाव में मोदी की जीत हुई और सभी लोग हार गए. उन्होंने अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे को बधाई के तौर पर फूलों का गुलदस्ता भी भेजा है.
अब यह देखना अहम होगा कि राज ठाकरे के इस ऐलान के बाद शिवसेना-बीजेपी गठबंधन क्या रणनीति बनाता है.