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पिता कहता था 'बेटी मंदबुद्धि, उसके जिंदा रहने का मतलब नहीं,' अकेला पाकर घोंट दिया बच्ची का गला

डोंबिवली में पिता बेटी की हत्या करके फरार हो गया था. उसकी दूसरे नंबर की बेटी मानसिक रूप से कमजोर थी. ठाणे के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. पिता को शराब की लत थी और वह बेटी के महंगे इलाज से परेशान रहता था. बेटी को अकेला पाकर उसने दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. 

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 आरोपी पिता गिरफ्तार
आरोपी पिता गिरफ्तार

महाराष्ट्र के डोंबिवली से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां पिता ने अपनी 10 साल की बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी. आरोपी पिता बेटी की हत्या कर मौके से फरार हो गया. पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. 

मामला डोंबिवली के मानपाड़ा थाना क्षेत्र के मान गांव का है. आरोपी मनोज अग्रहरी को शराब पीने की लत थी. उसकी पत्नी लीलावती एमआईडीसी में काम करती है. उनको चार बेटियां है, इसमें से दूसरे नंबर की बेटी मानसिक रूप से कमजोर थी. इस वजह से ठाणे के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था.

घर में अकेला पाकर कर दी बेटी की हत्या

मनोज की आर्थिक स्थित ठीक नहीं थी और बेटी के इलाज काफी महंगा था. इस कारण वह हमेशा परेशान रहता था. आरोपी शराब के नशे में कहता था 'मंदबुद्धि बेटी के जीने का कोई मतलब नहीं, इसे तो मारना ही चाहिए'. रविवार शाम को पिता शराब के नशे में घर आया. 10 साल की मंदबुद्धि बेटी को घर में अकेला पाकर मनोज ने दुप्पटे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. 

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आरोपी ने दूसरे लोगों के जरिए पत्नी को बेटी की मौत का खबर पहुंचाई और घर से फरार हो गया. पत्नी ने आनन-फानन में घर पहुंचकर बेटी को मरा हुआ पाया. इसके बाद लीलावती ने आरोपी पति मनोज अग्रहरी के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई. 

पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज किया मामला 

इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर राम चोपडे ने बताया कि पुलिस ने हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी. फरार आरोपी शख्स मनोज को मानपाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अब मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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